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Karnataka Ex DGP Murder Case: कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओमप्रकाश की हत्या ने देश को हिला दिया है. पत्नी पल्लवी और बेटी कृति पर शक है. संपत्ति विवाद और पारिवारिक कलह की जांच जारी है. पुलिस जल्द खुलासा करेगी.

कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओमप्रकाश की हत्या का रहस्य गहराया.
हाइलाइट्स
- कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओमप्रकाश की हत्या ने देश को हिला दिया है.
- पत्नी पल्लवी और बेटी कृति पर हत्या का शक है.
- संपत्ति विवाद और पारिवारिक कलह की जांच जारी है.
नई दिल्ली. कर्नाटक पूर्व डीजीपी और बिहार के लाल ओमप्रकाश हत्याकांड ने पूरे देश को हिला दिया है. ओमप्रकाश काबिल और होनहार आईपीएस अधिकारी थे. ऐसे में घर में उनकी हत्या कैसे हो गई? आखिर हत्या की सूई पत्नी और बेटी पर क्यों जा रहा है? कर्नाटक के बेंगलुरु में हुए इस हत्याकांड के पीछे कोई साजिश तो नहीं? ओमप्रकाश की हत्या ने अपने पीछे कई गंभीर सवाल और कई राज छोड़ दिए हैं, जिसका पुलिस को बेनकाब करना जरूरी हो गया है. ओमप्रकाश की हत्या के वक्त घर में कौन-कौन लोग थे? क्या मानसिक रूप से बीमार पत्नी और बेटी एक पुरुष को इतनी बेरहमी से हत्या कर सकती है? क्या हत्या के वक्त पत्नी और बेटी के अलावा कोई तीसरा शख्स भी था? पूर्व डीजीपी की हत्या की शक की सुई किस पर जा रही है?
बता दें कि कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक ओमप्रकाश एक ऐसे आईपीएस अधिकारी थे, जिनकी प्रतिभा और कर्तव्यनिष्ठा ने उन्हें पुलिस महकमे में एक अलग पहचान दी थी. बिहार के चंपारण में जन्मे ओमप्रकाश ने भूविज्ञान में एमएससी की डिग्री हासिल की और 1981 में यूपीएससी परीक्षा पास कर कर्नाटक कैडर में आईपीएस बने. हरपनहल्ली में सहायक पुलिस अधीक्षक के रूप में करियर शुरू करने वाले ओमप्रकाश ने शिवमोग्गा, उत्तर कन्नड़ और चिकमंगलूर जैसे जिलों में पुलिस अधीक्षक के रूप में सेवा दी. लोकायुक्त, सीआईडी और अग्निशमन सेवाओं में भी उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया. 1 मार्च 2015 को कर्नाटक के डीजीपी बने और 2017 में सेवानिवृत्त हुए. दंगों से निपटने में माहिर इस अधिकारी की जिंदगी का अंत एक दुखद और रहस्यमयी घटना के साथ हुआ.
काबिल अधिकारी की क्यों हुई ऐसी मौत?
20 अप्रैल 2025 को बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट स्थित उनके तीन मंजिला घर में ओमप्रकाश का खून से लथपथ शव मिला. पुलिस को शक है कि उनकी पत्नी पल्लवी ने मिर्च पाउडर फेंककर, बांधकर और चाकू से 8-10 बार वार कर उनकी हत्या की. उनकी बेटी कृति भी इस घटना में शामिल बताई जा रही है. पल्लवी ने आत्मरक्षा का दावा किया और कहा कि ओमप्रकाश बंदूक लहराकर धमकी देते थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार, पल्लवी 12 साल से सिजोफ्रेनिया से पीड़ित थीं और अक्सर भ्रम में रहती थीं. बेटे कार्तिकेश ने मां और बहन पर हत्या का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज की, जिसमें संपत्ति विवाद और पारिवारिक कलह का जिक्र है.
क्या संंपत्ति विवाद तो मौत की वजह नहीं?
ओमप्रकाश अपनी संपत्ति बेटे के नाम करना चाहते थे, जिससे पल्लवी नाराज थीं. घटना के वक्त घर में तीसरे शख्स की मौजूदगी ने रहस्य को और गहरा दिया. पुलिस सूत्रों के अनुसार यह कोई पड़ोसी या रिश्तेदार हो सकता है, जिसने पुलिस को सूचना दी, लेकिन उनकी पहचान अभी तक स्पष्ट नहीं है.कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि पल्लवी ने हत्या के बाद एक दोस्त को वीडियो कॉल कर कहा, ‘मैंने राक्षस को मार डाला’ पुलिस ने दो चाकू और एक टूटी बोतल बरामद की, जो हत्या में इस्तेमाल हुई हो सकती है.
शव के पास लंच प्लेट और मछली के अवशेष मिले, जो बताते हैं कि ओमप्रकाश डाइनिंग टेबल पर थे जब हमला हुआ. पुलिस ने पल्लवी और कृति को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन कई सवाल अभी भी नहीं मिले हैं. कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा है कि पुलिस इस हत्या की जांच कर रही है और बहुत जल्द ही तह तक जाकर खुलासा कर देगी. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि केवल घरेलू विवाद था या इसके पीछे कोई गहरी साजिश? तीसरा शख्स कौन था और उसकी भूमिका क्या थी? ओमप्रकाश जैसे काबिल अधिकारी, जो बाहरी चुनौतियों से आसानी से निपट लेते थे, अपने घर के विवाद को क्यों नहीं सुलझा पाए?
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