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Kidney Stone: किडनी स्टोन अगर 4 से 5 मिमी तक हो, तो वह पेशाब के जरिए बाहर निकल सकता है. 5 मिमी से बड़े स्टोन के लिए ऑपरेशन की जरूरत पड़ सकती है. लगातार दर्द, पेशाब में रुकावट या इंफेक्शन हो, तो डॉक्टर से मिलकर …और पढ़ें

किडनी स्टोन छोटा हो, लेकिन मूत्रमार्ग में फंस जाए, तो सर्जरी की जरूरत पड़ती है.
हाइलाइट्स
- किडनी स्टोन 4 से 5 मिमी का हो, तो पेशाब से निकल सकता है.
- 5 मिमी से बड़े स्टोन के लिए ऑपरेशन की जरूरत हो सकती है.
- लगातार दर्द, पेशाब में रुकावट या इंफेक्शन हो तो डॉक्टर से मिलें.
Kidney Stone Treatment: किडनी स्टोन की समस्या इन दिनों कॉमन हो गई है. बड़ी संख्या में लोग इस परेशानी से जूझ रहे हैं. कई बार किडनी में छोटे-छोटे स्टोन बनते हैं और पेशाब के जरिए अपने आप बाहर निकल जाते हैं. ऐसी कंडीशन में लोगों को स्टोन का पता ही नहीं चलता है. जब किडनी स्टोन का साइज ज्यादा हो जाता है, तब पेशाब में परेशानी, असहनीय दर्द और पेशाब में खून आने जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं. अब सवाल है कि कितना बड़ा किडनी स्टोन पेशाब के जरिए बाहर निकल सकता है और ऑपरेशन की जरूरत कब पड़ती है? इन सभी सवालों के जवाब डॉक्टर से जानने की कोशिश करते हैं.
डॉक्टर पाठक ने बताया कि आमतौर पर 4 मिलीमीटर तक का स्टोन बिना किसी सर्जरी के अपने आप पेशाब के रास्ते बाहर निकल सकता है. कभी-कभी 5 मिमी तक की पथरी भी शरीर से नेचुरल तरीके से बाहर निकल जाती है, लेकिन इससे दर्द और जलन ज्यादा होती है. 5 मिलीमीटर से बड़ा स्टोन हो, तो इसका पेशाब के जरिए बाहर निकलना मुश्किल होता है. 5 मिमी या इससे बड़े स्टोन मूत्रनली में फंस सकते हैं. यह पेशाब को रोक सकते हैं, जिससे किडनी में संक्रमण, सूजन, दर्द और ब्लड प्रेशर जैसी जटिलताएं हो सकती हैं. ऐसे मामलों में डॉक्टर आमतौर पर दवाइयों या सर्जिकल विकल्प का सुझाव देते हैं.
यूरोलॉजिस्ट ने बताया कि छोटे आकार की पथरी को पेशाब के जरिए बाहर निकालने के लिए खूब पानी पीना चाहिए और खट्टे फलों का सेवन करना चाहिए. कई बार डॉक्टर पथरी निकालने के लिए दवाएं भी देते हैं. कभी-कभी इन उपायों से 4-5 मिमी तक की पथरी बिना ऑपरेशन के बाहर आ सकती है. अगर किसी व्यक्ति को लगातार कमर या पेट के निचले हिस्से में दर्द हो रहा हो, पेशाब में खून आए, पेशाब करते समय जलन हो या बुखार आ रहा हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. यह किडनी स्टोन का संकेत हो सकता है. इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें
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