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Agriculture News: सहायक उद्यान अधिकारी वंदना वर्मा ने बताया कि सर्दियों में सब्जियों की मांग अधिक होती है. ऐसे में किसान यदि वैज्ञानिक विधियों से सब्जी उत्पादन करें.उन्हें परंपरागत फसलों की तुलना में कहीं अधिक लाभ मिलेगा.
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में किसान अब परंपरागत खेती के साथ-साथ सब्जियों की खेती की ओर भी तेजी से अग्रसर हो रहे हैं. सब्जियों की खेती से किसानों को कम समय में अधिक मुनाफा मिल रहा है. यही कारण है कि उद्यान विभाग भी लगातार किसानों को सब्जी उत्पादन के लिए प्रोत्साहित कर रहा है. वे कम लागत में अधिक आमदनी प्राप्त कर सकें.
किसानों को निशुल्क मिला बीज
इस पहल को सफल बनाने के लिए उद्यान विभाग किसानों को मुफ्त में बीज उपलब्ध करा रहा है. इसके लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा. किसान dbt.uphorticulture.in वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के बाद किसानों को अपने आवश्यक दस्तावेज जैसे खतौनी, आधार कार्ड, बैंक पासबुक की कॉपी और पासपोर्ट साइज फोटो सात दिन के भीतर नजदीकी उद्यान विभाग कार्यालय में जमा करना होगा. इस योजना के अंतर्गत किसानों को लौकी, तोरई, करेला, खीरा, शिमला मिर्च, टमाटर, प्याज और लहसुन जैसी फसलों के बीज डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इससे किसानों को बीजों की गुणवत्ता सुनिश्चित होगी और समय पर बीज मिलने से वे खेती की तैयारी भी बेहतर तरीके से कर सकेंगे.
किसानों की आय होगी दोगुना
सहायक उद्यान अधिकारी वंदना वर्मा ने बताया कि सर्दियों में सब्जियों की मांग अधिक होती है. ऐसे में किसान यदि वैज्ञानिक विधियों से सब्जी उत्पादन करें.उन्हें परंपरागत फसलों की तुलना में कहीं अधिक लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि विभाग का उद्देश्य किसानों की आय को दोगुना करना है. इसके लिए सब्जी की खेती एक बड़ा माध्यम बन सकती है.इस प्रकार, सब्जी उत्पादन की यह योजना किसानों के लिए आय का नया स्रोत बन सकती है. उद्यान विभाग द्वारा दी जा रही सहायता और मार्गदर्शन से जिले के किसान आत्मनिर्भर बनते जा रहे हैं.
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