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Cauliflower farming techniques : जिन किसानों को इस खेती की सही विधि पता है, वे कमा रहे अच्छा मुनाफा.
बहराइच. जिले में बहुत से किसान लंबे समय से फूल गोभी की खेती में जुटे हैं. इनमें से कई किसानों को फायदे के साथ-साथ नुकसान भी होता है. इसकी वजहों में शामिल है फसलों की सही से देख रेख न करना, फसलों पर लगने वाले कीड़े से उपज को नुकसान और भी कई कारण. लेकिन जिन किसानों को फूल गोभी की खेती की सही विधि पता है, वे अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं.
अगर आप भी गोभी में लगने वाले कीटों से या कम पैदावार से परेशान है तो बहराइच कृषि विज्ञान केंद्र के डॉक्टर नंदन सिंह की ये बातें बड़ी काम की साबित हो सकती हैं. डॉक्टर नंदन बताते हैं कि बुआई से एक से दो हफ्ते पहले गोभी के किनारे-किनारे सरसों लगाकर उसके बाद गोभी की बुआई करनी चाहिए. जब सरसों के पौधे बड़े हो जाते हैं तो गोभी में लगने वाले कीट इन्हीं पर आकर्षित हो जाते हैं. इससे वे गोभी को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं.
रखें इसका ध्यान
डॉक्टर नंदन के अनुसार, फूल गोभी के साथ सरसों की खेती करने से मिट्टी में रोगजनकों का प्रबंधन भी होता है. सरसों में मौजूद ग्लूकोसाइनोलेट्स मिट्टी में पाए जाने वाले कवक, कीट और रोगजनकों को नियंत्रित करते हैं. सरसों और फूल गोभी दोनों ही ब्रासिका ओलेरासिया परिवार की फसलें हैं. इसलिए दोनों की एक साथ खेती में कोई समस्या नहीं आती है.
सबसे जरूरी बात
अगर आप भी फूल गोभी की अच्छी ग्रोथ चाहते हैं तो उसकी बुआई से दो हफ्ते पहले सरसों की बुआई कर दें और जब सरसों के पौधे थोड़े बड़े हो जाएं तभी फूल गोभी की बुआई कर देनी चाहिए. इससे फूलगोभी पर लगने वाले रोग सरसों पर आ जाते हैं और फूलगोभी बच जाती है. खाद पानी का विशेष ध्यान रखें. ध्यान रहे जलभराव जैसी स्थिति पैदा न हों क्योंकि इससे फसलों को काफी नुकसान होता है.
Bahraich,Uttar Pradesh
January 14, 2025, 23:29 IST
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