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Health Tips: अगर आप भी बाजार से स्वस्थ रहने के लिए फल खरीद रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए जरूरी है. गर्मियों में फलों की डिमांड ज्यादा होने से खतरनाक केमिकल से फलों को पकाया जाता है. ऐसे में केमिकल से पकाए गए फलों…और पढ़ें

सिरोही जिले के खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से 30 मई तक मौसमी फलों का निरीक्षण एवं नमूनीकरण का विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसमें गर्मी की लहर के दौरान कुछ फलों को कृत्रिम रूप से पकाने या संरक्षण के लिए नॉन परमिटेड रसायन का उपयोग किया जाने की संभावना के चलते फलों के नमूने लिए गए हैं.

सिरोही के सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि फलों के साथ मिलावट की आशंका को देखते हुए केवल विश्वसनीय फल विक्रेताओं से ही फल खरीदने चाहिए. अत्यधिक चमकदार फल में केमिकल का उपयोग करने की आशंका ज्यादा होती है. कीटनाशक युक्त, सड़े-गले फलों का उपयोग करने से भी बचना चाहिए. फलों को उपयोग से पूर्व अच्छी तरह धोना जरूरी है.

सिरोही खाद्य सुरक्षा अधिकारी मुकेश प्रजापत ने बताया कि मौसमी फल आम जिसे कैल्शियम कार्बाइड से कृत्रिम रूप से पकाए जाते हैं. वहीं केले में भी रसायन और तरबूज एवं खरबूजे में भी सिंथेटिक या रासायनिक संरक्षक पाए जाने की आशंका होती है. वहीं अंगूर और तरबूज पर वैक्स या कीटनाशक अवशिष्ट मौजूद रहने से सेहत पर बुरा असर पड़ने की आशंका ज्यादा रहती है.

इस प्रकार की मिलावटें खाद्य सुरक्षा व मानक अधिनियम 2006 का उल्लंघन है. जिले में विभाग की ओर से बाजारों में नमूना जांच व प्रवर्तन कार्रवाई शुरू की जा चुकी है. सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि रविवार को खाद्य सुरक्षा अधिकारी मुकेश प्रजापत एवं धर्मवीर की ओर से सिरोही जिले में विभिन्न थोक फल विक्रेता एवं रिटेल विक्रेताओं से केला, मौसमी आम, अंगूर, अनार आदि फलों के नमूने लिए गए एवं जांच के लिए प्रयोगशाला में भिजवाए गए.

कोई विक्रेता प्रतिबंधित रसायन से फल पकाते हुए पाया जाता हैं, तो उसके खिलाफ खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम में कार्रवाई की जाएगी. वहीं आमजन से भी फलों की खरीदारी करते समय सावधानी बरतने की अपील की गई है.
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