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watermelon: रमजान के महीने में भीलवाड़ा में तरबूज की खपत बढ़ गई है. भीलवाड़ा में इस समय महाराष्ट्र,  गुजरात और मध्य प्रदेश, बेंगलुरु से तरबूज आ रहे है.

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केवल 3 महीने बाजार में मिलेगा ये फल, खरीदने टूट पड़े लोग, गर्मी और रमजान में भारी डिमांड, पानी की कमी होगी दूर

तरबूज की बिक्री करते हैं व्यापारी है

हाइलाइट्स

  • भीलवाड़ा में तरबूज की भारी डिमांड है.
  • रमजान में तरबूज की खपत बढ़ी.
  • काला तरबूज 20 रुपये प्रति किलो बिक रहा है.

भीलवाड़ा. गर्मी का सीजन शुरू हो गया है और अब धीरे-धीरे तापमान में भी बढ़ोतरी होती जा रही है और दिन बड़े और रात छोटी हो रही है. गर्मी के सीजन में लोग सबसे ज्यादा पानी की कमी दूर करने वाले फलों का सेवन करते हैं इन दिनों भीलवाड़ा शहर सहीत जिले भर में  तरबूज की काफी डिमांड हो रही है एक तरह से देखा जाए तो रोजाना 3 से 4 गाड़िया भीलवाड़ा में खाली हो रही हैं. भीलवाड़ा में खास तौर पर 2 तरह के तरबूज काफी पसंद किए जा रहे हैं. इतना ही नहीं अभी रमजान का महीना भी चल रहा है और रमजान में भी सबसे ज्यादा तरबूज का सेवन किया जाता है यहीं नहीं गर्मी के सीजन में गले को ठंडा करने के लिए तरबूज भी एक बेहतर उपाय है. ऐसे में भीलवाड़ा के बाजारों में इन तरबूज की मांग बढ़ रही है.

तरबूज व्यापारी घीसू लाल ने लोकल 18 से खास बातचीत करते हुए कहा कि हम पिछले 5 से 6 साल से तरबूज का व्यापार कर रहे हैं. भीलवाड़ा जिले  में महाराष्ट्र और गुजरात मध्य प्रदेश और बेंगलुरु से तरबूज आ रहे हैं, जिन्हें लोग खरीदना पसंद कर रहे हैं. यह काला तरबूज बहुत मीठा होता है. यह तरबूज 20 रुपये प्रति किलो के भाव से बिक रहा है. वहीं तरबूज को दुकान में 10 दिनों तक रखा जा सकता है.

काले तरबूज की ज्यादा डिमांड
राजस्थान का तरबूज महंगा होता है वह 25 से 30 रुपए प्रति किलो तक मिलता है. तरबूज के कई प्रकार की वैरायटी होती हैं जिनमें से कहा जाता है कि काला तरबूज अधिक मीठा और लाल होता है. जितना यह बाहर से गहरे कलर का दिखाई देता है उतना ही अंदर से यह मीठा होता है. यह काला तरबूज एक बार काटने के बाद करीब 4 से 5 दिन तक खराब नहीं होता है और बिना कांटे यह तरबूज 10 दिन तक खराब नहीं होता है. काला तरबूज सीजन में केवल 3 महीने मिलता है. काले तरबूज की ज्यादा डिमांड है. तरबूज जितना गोल और रंग में गहरा होता है वह उतना ही मीठा निकलता है.

रमजान की वजह से ज्यादा पसंद आ रहा तरबूज
वहीं दूसरी तरफ एक अन्य व्यापारी मुकेश राजपूत ने कहा कि भीलवाड़ा में गर्मी का सीजन शुरू हो गया है और गर्मी को देखते हुए अभी दो तरह के तरबूज ज्यादा पसंद किया जा रहे हैं यह तरबूज पानी की कमी को दूर करता है इसलिए रमजान के इस महीने में लोग इन तरबूज को काफी पसंद कर रहे हैं. तरबूज की कीमत की बात की जाए तो थोक रेट में तरबूज 10-12 रुपए किलो पड़ता है. जबकि रिटेल भाव में यह बाजार में 20 से 30 रुपये किलो बिक रहा है. महाराष्ट्र के तरबूज की बात की जाए तो थोक में उसका भाव 10 रुपये किलो चल रहा है, तो रिटेल में इसकी कीमत 40 रुपये प्रति किलो चल रही है. गर्मियों के चलते लोग तरबूज की खासी डिमांड कर रहे हैं. साथ ही रमजान के चलते तरबूज की बिक्री भी बढ़ गई है.

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