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Notorious Serial Killers Of India: भारत के इतिहास में कुछ ऐसे खूंखार अपराधी भी हुए हैं, जिनकी दरिंदगी सुनकर रूह तक कांप जाती है. ये वो अपराधी हैं जिन्होंने एक-दो नहीं, बल्कि दर्जनों हत्याएं कीं, वो भी बेहद बर्…और पढ़ें

भारत के 5 सबसे खूंखार सीरियल किलर
हाइलाइट्स
- भारत के 5 सबसे खूंखार सीरियल किलर्स
- इंसानी भेजे का सूप पीने वाला नरभक्षी
- लोगों को मारकर मगरमच्छों को खिलाने वाला डॉक्टर
Notorious Serial Killers Of India: आदमी को मारकर खोपड़ी का सूप पीने वाले नरभक्षी राम निरंजन कोल उर्फ राजा कोलंदर को उम्रकैद की सजा का ऐलान किया गया है. नरभक्षी राजा कोलंदर पर 14 लोगों की हत्या का आरोप है. लखनऊ कोर्ट ने शुक्रवार को राजा कोलंदर और उसके साले वक्षराज को उम्रकैद की सजा सुनाई है. लेकिन क्या आपको पता है कि देश में सीरियल किलर का यह एक अकेला केस नहीं है. जी हां, 6 साल में 125 से ज्यादा लोगों की अवैध किडनी ट्रांसप्लांट करने वाला, लूट करने वाला, 50 से अधिक लोगों की बेरहमी से हत्या करके सबूत मिटाने और मगरमच्छों को लाशें खिला देने वाला ‘डॉक्टर डेथ’. ऐसे ही कई खूंखार सीरियल किलर हमारे देश में रहे हैं जिनके नाम सुनकर लोगों की रूह कांप जाती है. तो चलिए आपको और भी कई खूंखार सीरियल किलर की कहानी बताते हैं.
बच्चों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म कर पकाकर खाने वाला (निठारी कांड)
नोएडा के निठारी गांव में साल 2006 में हुई एक वारदात ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली की वजह से नोएडा का छोटा सा गांव निठारी (Nithari Case) देशभर में पहचाना जाने लगा. 29 दिसंबर, 2006 को नोएडा के निठारी में एक नाले से 8 बच्चों के कंकाल मिले थे. उस वक्त सुरेंद्र कोली पर आरोप लगा कि वो कोठी पर लड़कियों को लाता था. उनका रेप करता और फिर हत्या कर शव के कुछ हिस्सों को पका कर खाता और बाकी लाश के टुकड़े बाहर फेंक आता. निठारी गांव की दर्जनों लड़कियों गायब होने के बाद इस मामले का खुलासा हुआ था. सीबीआई ने दोनों के खिलाफ अपहरण, हत्या और दुष्कर्म के मामले में करीब 16 केस दर्ज किए थे.
इंसानी भेजे का सूप पीने वाला नरभक्षी (राजा कोलंदर)
राजा कलंदर जिसे लोग ‘नरभक्षी’, ‘सीरियल किलर’ और ‘खोपड़ी जमा करने वाला’ के नाम से जानते हैं. एक ऐसा दरिंदा जो अपने शिकार का सिर काटता, उसका भेजा निकालकर सूप बनाता और फिर उस सूप को बड़े चाव से बैठकर पीता था. उसने 14 लोगों की हत्या करके मौत के घाट उतार दिया था. साल 2001 में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की थी, लेकिन कानूनी पेचीदगियों के कारण सुनवाई 2013 में जाकर शुरू हो सकी और अब, 25 साल बाद, 2025 में जाकर आखिरकार उम्रकैद की सजा मिली.
लोगों को मारकर मगरमच्छों को खिलाने वाला (डॉक्टर डेथ)
50 या शायद उससे ज्यादा कत्ल करने वाला सीरियल किलर, दो-दो पैरोल जंप कर भागने वाला, सात-सात उम्रकैद और सजाए मौत का मुजरिम देवेंद्र शर्मा उर्फ डॉक्टर डेथ. 1998 से 2004 यानी सिर्फ 6 सालों में 50 या शायद उससे भी ज्यादा लोगों के कत्ल किए. वह खासतौर पर टैक्सी ड्राइवरों को निशाना बनाता था. पहले वो टैक्सी बुक करता, फिर ड्राइवर की हत्या करता और शव को उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले की हजारा नहर में फेंक देता. इस नहर में मगरमच्छों की भरमार थी, जो पल भर में शवों को चबा जाते. पुलिस को कोई सबूत नहीं मिलता और वह हर बार बच निकलता. हत्या के बाद वह टैक्सियों को ब्लैक मार्केट में बेच देता था. यह तरीका इतना कामयाब था कि लंबे समय तक पुलिस उसे पकड़ नहीं सकी.
कान के नीचे हथौड़ा मारकर हत्या करने वाला (हथौड़ा त्यागी)
देश में एक ऐसा भी सीरियल किलर रहा है, जिसने सिर्फ अपने मजे के लिए 70 लोगों की जान ले ली थी. वह लोगों की कनपटी पर हथौड़े से वार करता था और सामने वाले की मौत हो जाती थी. इसे ‘कनपटीमार शंकरिया’ के नाम से भी जाना जाता था. इसका नाम दुनिया के सबसे खतरनाक सीरियल किलर में शामिल है. इसका जन्म राजस्थान के जयपुर में हुआ था और वहीं पर 16 मई 1979 को उसे फांसी पर लटका दिया गया था.
हत्या कर सिर काटकर तिहाड़ जेल में फेंकने वाला (चंद्रकांत झा)
चंद्रकांत झा लोगों को मटन खिला कर अपने शिकार की हत्या करता और फिर शव का सिर काटकर नदी में फेंकता और शरीर के टुकड़े कर के टोकरी में पैक कर के तिहाड़ जेल के दरवाजे पर रख जाता. यह कत्ल वह छोटी-छोटी बातों पर कर देता. 2013 में उसे एक साथ फांसी और उम्रकैद की सजा सुनाई गई. लेकिन फिर तीन साल बाद 27 जनवरी 2015 को दिल्ली हाई कोर्ट ने चंद्रकांत झा की मौत की सजा को उम्रकैद में बदल दिया था.
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