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Indian fruit shahtoot: गर्मी में यह रसीले फल पेड़ों पर लटक जाते हैं. बचपन में अधिकांश इस फल को तोड़ने के लिए मम्मी-पापा से डांट खाते हैं लेकिन अगर सच में इसका सेवन किया जाए तो शहतूत शरीर पर जादू की तरह असर करता…और पढ़ें

कोलेस्ट्रॉल को खोज-खोजकर धमनियों से बाहर निकालता है यह खट्टा-मीठा फल, पेट पर जादू की तरह असर, शुगर पर भी लगाम

इस रसीले फल के फायदे.

Indian fruit shahtoot: शहतूत अपने मीठे स्वाद, हाई क्वालिटी वाला न्यूट्रिशन के कारण दुनियाभर में लोकप्रिय हो रहा है. शहतूत में भरपूर मात्रा में विटामिन सी और अन्य कंपाउड पाए जाते हैं. 100 ग्राम शहतूत में 1.4 ग्राम प्रोटीन, 9.8 ग्राम कार्बोहाइड्रैट, 8.1 ग्राम शुगर, 1.7 ग्राम फाइबर, 0.4 ग्राम हेल्दी वसा होता है. इससे सिर्फ 43 कैलोरी एनर्जी मिलती है. यानी वजन कम करने वालों के लिए शहतूत बहुत फायदेमंद है. शहतूत को सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह हाई कोलेस्ट्रॉल को कम कर देता है. इससे हड्डियों में मजबूती होती है और ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहती है. शहतूत को अक्सर किशमिश की तरह सुखाकर खाया जाता है. आइए इसके फायदों के बारे में जानते हैं.

शहतूत के फायदे

1. कोलेस्ट्रॉल कम- हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक कोलेस्ट्रॉल हमारे लिए जरूरी है लेकिन यदि खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाए तो इससे हार्ट डिजजी का खतरा बढ़ सकता है. ऐसे में अध्ययन में पाया गया है कि शहतूत और इसके अर्क अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाने में सहायक हो सकते हैं. ये एलडीएल यानी बैड कोलेस्ट्रॉल और एचडीएल यानी गड कोलेस्ट्रॉल के अनुपात को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं. वहीं शहतूत फैटी लिवर डिजीज को भी कम कर सकता है.

2. ब्लड शुगर में सुधार- टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों में कार्बोहाइड्रेट खाने के बाद ब्लड शुगर तेजी से बढ़ जाती है. शहतूत में 1-डिऑक्सीनोजिरीमाइसिन (DNJ) नामक कंपाउड पाया जाता है जो आंत में कार्बोहाइड्रेट को तोड़ने वाले एंजाइम को रोकता है. इस कारण, शहतूत खाने के बाद ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल रहता है. इसलिए यह डायबिटीज में उपयोगी हो सकता है.

3. कैंसर के खतरे को कम करना- जब आप ज्यादा तनाव लेंगे तो कोशिकाओं में फ्री रेडिकल्स ज्यादा बनने लगेंगे और इससे टिशू में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ेगा. यह कैंसर का सबसे मूल कारण है. आपको जानकर हैरानी होगी कि सैकड़ों वर्षों से शहतूत को पारंपरिक चीनी चिकित्सा में कैंसर के उपचार के रूप में उपयोग किया गया है. अब शोधकर्ताओं का मानना है कि इसके कैंसर रोधी प्रभावों का एक वैज्ञानिक आधार हो सकता है. अध्ययनों में पाया गया है कि शहतूत के रस में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव स्ट्रैस को घटा सकते हैं जिससे कैंसर का खतरा कम हो सकता है.

4. पाचन तंत्र में मजबूती-शहतूत फाइबर का बहुत बड़ा स्रोत है. शहतूत में 1.7 प्रतिशत फाइबर होता है. इनमें पाए जाने वाले फाइबर का 25 प्रतिशत हिस्सा घुलनशील होता है जो पेक्टिन के रूप में होता है और 75 प्रतिशत हिस्सा अघुलनशील होता है जो लिग्निन के रूप में होता है. फाइबर पाचन तंत्र को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और कई बीमारियों के खतरे को घटाता है.

LAKSHMI NARAYAN

Excelled with colors in media industry, enriched more than 16 years of professional experience. Lakshmi Narayan contributed to all genres viz print, television and digital media. he professed his contribution i…और पढ़ें

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कोलेस्ट्रॉल को खोज-खोजकर धमनियों से बाहर निकालता है यह खट्टा-मीठा फल

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