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ममता कुलकर्णी से महामंडलेश्वर की उपाधि 7 दिन बाद किन्नर अखाड़े ने छीन ली। हिमांगी सखी ने विरोध कर ममता के पुराने रिकॉर्ड पर सवाल उठाए। लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी भी बाहर।

हिमांगी सखी ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने का विरोध किया था. (Image- PTI)
हाइलाइट्स
- ममता कुलकर्णी से महामंडलेश्वर की उपाधि छिनी गई।
- हिमांगी सखी ने ममता कुलकर्णी की नियुक्ति पर सवाल उठाए।
- लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी किन्नर अखाड़े से निकाला गया।
Hemangi Sakhi who fight to Expel Mamta Kulkarni: ठीक 7 दिन पहले बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को महाकुंभ में पूरे विधि-विधान से महामंडलेश्वर बनाया गया था. ममला को नया नाम ‘श्रीया मायी ममतानंद गिरी’ भी मिल चुका था. लेकिन महज 7 दिन में किन्नर अखाड़े ने एक्ट्रेस से महामंडलेश्वर का ताज छीन लिया है. सिर्फ ममता कुलकर्णी ही नहीं, उन्हें महाकुंभ में महामंडलेश्वर की उपाधी से नवाजने वाली किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी अखाड़े ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजयदास ने एक पत्र जारी कर ये घोषण की. लेकिन ममला कुलकर्णी और लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर हुई इस कार्रवाई के पीछे सबसे बड़ा हाथ है हिमांगी सखी का, जिन्होंने पिछले 7 दिनों से इस पूरी घटना के बाद जमकर विरोध का झंडा उठा रखा था.
किन्नर अखाड़े में ममला कुलकर्णी की इस एंट्री के बाद से ही बवाल मचा हुआ था. ममता कुलकर्णी पर किन्नर अखाड़े में ही मतभेद था और हिमांगी सखी खुलकर अपनी नाराजगी जताते हुए नजर आ रही थीं. शुक्रवार को ममता कुलकर्णी पर किन्नर अखाड़े ने एक बयान जारी करते हुए इस पूरे एक्शन की वजह भी बताई हैं.

प्रयागराज में किन्नर अखाड़े की लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने ममता कुलकर्णी को साध्वी बनाया था. (Image- PTI)
वहीं हिमांगी सखी ने ममला कुलकर्णी के पुराने रिकॉर्ड पर सवाल उठाते हुए इस नियुक्ती पर सवाल उठाया था. उनका कहना था, ‘किन्नर अखाड़ा, किन्नरों के लिए है, फिर एक स्त्री को महामंडलेश्वर क्यों बनाया गया? जिसका संबंध D कंपनी के साथ है, जो ड्रग्स के आरोप में जेल भी गई हैं, उसके बावजूद आप उन्हें दीक्षा दे रहे हैं?’ चलिए आपको बताते हैं इस पूरे विरोध में हंगामे का सबसे बड़ा चेहरा रहीं हिमांगी सखी के बारे में जो अपने कई कारनामों के चलते हमेशा चर्चा में रही हैं.

ममला कुलकर्णी को नया नाम ‘श्रीया मायी ममतानंद गिरी’ भी मिल चुका था.
कौन हैं हिमांगी सखी?
हिमांगी सखी किन्नर अखाड़ा से संबंध रखने वालीं एक बड़ा नाम है. वह देश की पहली किन्नर कथा वाचक भी हैं. साल 2024 लोकसभा चुनाव में हिमांगी सखी, पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने ऐलान के बाद सुर्खियों में आईं थीं. हालांकि प्रयागराज में हुए महाकुंभ के भव्य आयोजन पर हिमांगी सखी का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी ने सराहनीय कार्य किए हैं. उन्होंने कहा है कि अयोध्या और काशी का विकास हुआ है. अब महाकुंभ प्रयागराज का विकास हो रहा है.
January 31, 2025, 20:00 IST
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