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नीरज राज/बस्ती:- शरीर में खून की कमी से एनीमिया होता है. एनीमिया की समस्या विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों में ज्यादा देखी जाती है. एनीमिया के कारण शरीर के अंगों और ऊतकों तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता, जिससे शरीर में थकावट, कमजोरी और अन्य स्वास्थ्य समस्या देखने को मिलती है.
क्या है एनीमिया के लक्षण
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरदी बस्ती में कार्यरत डॉ. अनिल कुमार मिश्रा लोकल 18 से बातचीत में बताते हैं कि एनीमिया के प्रमुख लक्षण हल्का सूजन, कमजोरी, शरीर में दर्द, विशेष रूप से कॉक मसल्स और पैरों में दर्द हैं. इसके अलावा चलने में परेशानी, नींद का ज्यादा आना और बीपी का घटना भी एनीमिया के लक्षण हैं. एनीमिया के मरीज का शारीरिक रूप देखने में थका हुआ दिखता है.
क्यों होती है एनीमिया
डॉ. अनिल कुमार बताते हैं कि एनीमिया मुख्य रूप से आयरन और प्रोटीन की कमी के कारण होता है. यह हीमोग्लोबिन आयरन और प्रोटीन से मिलकर बनता है. इन दोनों तत्वों की पर्याप्त मात्रा न मिलने पर आयरन डिफिशिएंसी एनीमिया होता है.
एनीमिया से बचाव के उपाय
हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, गुड़ और चना जैसे आयरन और प्रोटीन से भरपूर आहार से एनीमिया से बचाव किया जा सकता है. गुड़ में आयरन और चना में प्रोटीन पाया जाता है, जो एनीमिया को दूर करने में मददगार होता है. इसके अलावा केला, नाशपाती जैसे फल भी आयरन के अच्छे स्रोत हैं. चना और गुड़ को कभी भी खाया जा सकता है, लेकिन सुबह के नाश्ते में इनका सेवन अधिक प्रभावी होता है. साथ ही नाश्ते में अमरूद, केला या सेब या जो भी सीज़नल फल मिले उसका ही सेवन करें.
क्या है एनीमिया का उपचार
अगर किसी व्यक्ति में एनीमिया के लक्षण दिखाई दें, तो वह घरेलू उपचार के रूप में चना, गुड़, पत्तेदार सब्जियां, दाल, दूध, फल, अंडा, मीट और मछली का सेवन कर सकता है. यदि इन उपायों से राहत नहीं मिल रही है, तो मरीज को आईएफएसी टैबलेट (Iron Folic Acid Supplement) 30 दिनों तक लेने की सलाह दी जाती है. जो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र, एएनएम सेंटर, पीएचसी, आंगनवाड़ी या आशा कार्यकर्ता के पास उपलब्ध रहती है वहां से ले सकते है.
Tags: Health tips, Hindi news, Local18
FIRST PUBLISHED : January 6, 2025, 09:20 IST
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