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Drugs Lower Cholesterol by 94 Percent: अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी ने एक ऐसी दवा बनाई है जिससे कोलेस्ट्रॉल को 94 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है. दवा का ट्रायल पूरी तरह सफल रहा है.

कोलेस्ट्रॉल का हो जाएगा अंत.
Drugs Lower Cholesterol by 94 Percent: अगर खून की धमनियों में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का जमाव ज्यादा हो जाए तो यह फिर दवा से ठीक नहीं होता.अगर धमनियों में 75 प्रतिशत से ज्यादा कोलेस्ट्रॉल का जमाव हो जाता है तो इसके लिए धमनियों में स्टैंट डालना होता है. तभी जाकर हार्ट अटैक का जोखिम कम हो पाता है. लेकिन अब एक खुशखबरी है. अमेरिकीकंपनी एली लिली ने एक ऐसी दवा इजाद की है जजो धमनियों में चिपक चुके कोलेस्ट्रॉल को काबू में कर देगा. यह दवा लाइपोप्रोटीन ए या Lp(a) कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करेगा जो हार्ट अटैक का कारण बनता है. Lp(a) लो डेंसिटी लाइपोप्रोटीन की तरह होता है लेकिन Lp(a) तेजी से धमनियों में चिपक जाता है. यह एथेरोस्क्लेरिएसिस के लिए जिम्मेदार होता है.
ट्रायल में 141 लोगों पर किया गया परीक्षण
एली लिली कंपनी ने प्रयोग के तौर पर इसे बनाया है जिसके ट्रायल में महत्वपूर्ण सफलता मिली है. कंपनी का दावा है कि ट्रायल में सिर्फ एक इंजेक्शन से 94 प्रतिशत तक कोलेस्ट्रॉल कम हो गया. इसका असर 6 महीने तक रहता है और इसका कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक इस ट्रायल में 141 लोगों को शामिल किया था. इन्हें 400 एमजी वाला एक इंजेक्शन दिया गया जबकि 69 को बिना नुकसान वाला नकली इंजेक्शन दिया गया. हालाकि शुरुआती परीक्षण इस बात की पुष्टि नहीं करता कि Lp(a) के स्तर में कमी से दिल के दौरे के खतरे को भी कम किया जा सकता है या नहीं लेकिन अब बड़े स्तर के क्लीनिकल ट्रायल में इसके प्रभाव के बारे में जानकारी हासिल की जाएगी. लिली की इस रिसर्च को अमरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी जर्नल में प्रकाशित किया गया है.
बड़े ट्रायल का रिजल्ट जल्द ही
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट दिल्ली में प्रिंसपल डायरेक्टर डॉ. नीतिश चंद्रा ने बताया कि जिस तरह से दावा किया जा रहा है वह अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि अब तक कोई ऐसी दवा नहीं है जो Lp(a) को खत्म करे. यहां तक कि खून को पतली करने वाली दवाई से भी यह कोलेस्ट्रॉल धमनियों से नहीं जाता. यह कोलेस्ट्रॉल मुख्य रूप से जेनेटिक होता है. यानी अगर माता-पिता में से किसी को है तो संतान को इसका खतरा ज्यादा रहता है. ऐसे में हम लोग एली लिली के फाइनल टेस्ट के रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं. बड़ा ट्रायल भी शुरू हो चुका है और इसका रिजल्ट बहुत जल्दी आने वाला है. हम एक और दवा का इंतजार कर रहे हैं जो नोवार्टिस बना रही है. इसमें महीने में एक इंजेक्शन लगता है.
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