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आपको बता दें, इत्र नगरी में गर्मियों के सीजन में बड़े पैमाने पर ठंडे इत्रों का काम बढ़ जाता है. ठंडे इत्रों की बात की जाए तो सबसे पहले नाम आता है खस के इत्र का, उसके बाद चंदन, मिट्टी, केवड़ा, बेला, गुलाब जैसे ठंडे इत्रों का नाम आता है. यह सभी इत्र पूरी तरफ से नेचुरल होते हैं, जो गर्मियों में पसीने की दुर्गंध को दूर करते हैं और ठंडक का अहसास कराते हैं.
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