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गाजीपुर के झुन्नू लाल चौराहे पर स्थित तीन कौड़ियां बाबा मंदिर एक रहस्यमयी नाग की उपस्थिति से जुड़ा है. पंडित सोमनाथ ओझा की सेवा में यह मंदिर श्रद्धा का केंद्र बन चुका है, जहां भक्तों की मन्नतें पूरी होती हैं.
हाइलाइट्स
- गाजीपुर में तीन कौड़ियां बाबा मंदिर श्रद्धा का केंद्र है.
- पंडित सोमनाथ ओझा 50 वर्षों से मंदिर की सेवा में हैं.
- मंदिर में 99% श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
गाजीपुर- गाजीपुर के झुन्नू लाल चौराहे की तंग गलियों में बसा एक मंदिर लोगों की श्रद्धा का केंद्र है, जिसकी कहानी किसी रहस्य से कम नहीं. यह है तीन कौड़ियां बाबा मंदिर, जिसकी शुरुआत एक अद्भुत दृश्य से हुई थी. बताया जाता है कि करीब 70-80 साल पहले यहां एक ऐसा नाग दिखाई दिया, जिसके फन पर तीन कौड़ियां थी. उन कौड़ियों से चमकती रोशनी निकलती थी और यह दृश्य कई दिनों तक लोगों ने देखा. इसी चमत्कारिक अनुभव के बाद इस स्थान को दिव्य मानते हुए मंदिर की स्थापना की गई.
इस मंदिर की देखरेख पिछले 50 वर्षों से पंडित सोमनाथ ओझा कर रहे हैं. वे न सिर्फ नियमित पूजा करते हैं बल्कि हर गुरुवार को यहां भजन-कीर्तन और शिव चर्चा का आयोजन भी करते हैं. पंडित जी का दावा है कि यहां आने वाले 99% श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. एक युवक, जिसकी कामना पूर्ण हुई, उसने ₹7000 का दान देकर बाबा को धन्यवाद ज्ञापित किया. हालांकि उसने अपनी मन्नत को गुप्त रखा, लेकिन उसकी आस्था ने मंदिर के प्रति विश्वास को और मजबूत कर दिया.
गाजीपुर की धार्मिक परंपरा में खास पहचान
गाजीपुर धार्मिक दृष्टि से एक समृद्ध शहर है. रामेश्वर धाम, जमानिया शिव मंदिर, महावर धाम, गोसाईपुर का काली मंदिर जैसे अनेक प्रसिद्ध स्थल यहां मौजूद हैं. ऐसे में झुन्नू लाल चौराहे की यह संकरी गली और उसमें बसा तीन कौड़ियां बाबा का मंदिर, गाजीपुर की आस्था का अनोखा केंद्र बन गया है. यह न सिर्फ भक्ति का स्थल है, बल्कि यह साबित करता है कि चमत्कार और श्रद्धा का मेल किसी भी स्थान को पवित्र बना सकता है.
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