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Mathura News: गोवर्धन में एक होटल में मांस पकाने पर हंगामा हुआ. पुलिस ने होटल संचालक को गिरफ्तार किया. गोवर्धन में मांसाहार निषिद्ध है. स्थानीय लोगों और हिन्दू संगठनों ने सख्त कार्रवाई की मांग की है.
हाइलाइट्स
- गोवर्धन में मांस पकाने पर हंगामा हुआ.
- पुलिस ने होटल संचालक को गिरफ्तार किया.
- स्थानीय लोगों ने सख्त कार्रवाई की मांग की.
गोवर्धन (मथुरा): भगवान श्रीकृष्ण की भूमि गोवर्धन को हिन्दू धर्म में एक अत्यंत पवित्र तीर्थस्थल माना जाता है. यह वही जगह है जहा श्रीकृष्ण ने अपनी छोटी अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर इन्द्र देव का अभिमान तोड़ा था. यहां हर साल लाखों श्रद्धालु ‘गिरिराज परिक्रमा’ करने आते हैं. लेकिन हाल ही में यहां से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों की भावनाओं को गहरी ठेस पहुँचाई है. गिरिराज जी मंदिर से चंद कदम की दूरी पर एक होटल में खुलेआम मांस पकाया और परोसा जा रहा था.
सूचना मिलते ही मचा बवाल
यह मामला गोवर्धन कस्बे की सौंख रोड पर स्थित एक होटल का है. बीती देर शाम स्थानीय लोगों और गौरक्षक दल के कार्यकर्ताओं को सूचना मिली कि एक होटल में मांस पकाया जा रहा है. मौके पर पहुंचे लोगों ने देखा कि होटल में मांसाहारी व्यंजन तैयार हो रहे हैं. इस पर वहां हंगामा शुरू हो गया और उन्होंने तत्काल होटल का कामकाज बंद करा दिया.
पुलिस ने होटल संचालक को किया गिरफ्तार
घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस टीम ने होटल की तलाशी ली और मांस मिलने की पुष्टि होते ही होटल संचालक को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने धार्मिक स्थल के निकट मांस परोसने और निषिद्ध क्षेत्र में कानून तोड़ने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है. फिलहाल आगे की जांच की जा रही है.
घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस टीम ने होटल की तलाशी ली और मांस मिलने की पुष्टि होते ही होटल संचालक को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने धार्मिक स्थल के निकट मांस परोसने और निषिद्ध क्षेत्र में कानून तोड़ने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है. फिलहाल आगे की जांच की जा रही है.
दरअसल, धार्मिक नगरी गोवर्धन को शासन द्वारा पूरी तरह से मांसाहार निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है. यहां मांस, मछली और शराब की बिक्री और सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध है. इसके बावजूद कुछ होटल और दुकानदार चोरी-छिपे इस प्रतिबंध को तोड़ रहे हैं. स्थानीय लोग और हिन्दू संगठनों का आरोप है कि इस प्रकार के अवैध कार्य पुलिस की मिलीभगत से ही संभव हो पा रहे हैं.
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