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Agency:News18 Uttar Pradesh
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karele ki kheti ke fayde : करेले की खेती छह महीने की होती है. तीसरे महीने में फल आना शुरू हो जाते हैं. इसके बाद पौधा अगले तीन महीने तक लगातार फल देता है.
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करेले की खेती.
हाइलाइट्स
- राम निहाल मौर्य ने करेले की खेती से लाखों का टर्नओवर किया.
- एक एकड़ में करेले और आलू की खेती से 3 लाख रुपये का टर्नओवर.
- करेले की खेती 6 महीने की होती है, 3 महीने में फल आना शुरू.
गोंडा. अगर दिल के साथ दिमाग का उपयोग किया जाए तो किसी भी काम को फायदे में बदला जा सकता है. उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले का ये किसान यही कर रहा है. वो एक एकड़ में करेले की खेती के साथ आलू की खेती कर सालाना लाखों का टर्नओवर उठा रहा है. लोकल 18 से बातचीत में प्रगतिशील किसान राम निहाल मौर्य बताते हैं कि उन्होंने गोंडा के चंद्रावलपुर घाट के एक किसान को देखकर करेले की खेती की शुरू की थी. राम निहाल ने पांचवी तक की पढ़ाई की. उसके बाद कुछ कारणवश पढ़ाई छोड़नी पड़ी तो उन्होंने अपनी किस्मत खेती में आजमाई.
राम निहाल मौर्य बताते हैं कि करेले की खेती का आईडिया चंद्रावल पुर घाट के एक किसान को देखकर मिला. उसके बाद उन्होंने भी करेले की खेती की शुरुआत की. आज उससे सालाना लाखों का टर्नओवर हो रहा है. राम निहाल मौर्य बताते हैं कि वे एक एकड़ में करेले और आलू की खेती कर रहे हैं. एक एकड़ में लगभग 40 से 50 हजार रुपये की लागत आती है और ढाई से 3 लाख रुपये का टर्नओवर हो रहा है.
कितने महीने की खेती
राम निहाल मौर्य बताते हैं कि करेले की खेती 6 महीने की होती है, इसमें तीसरे महीने में फल आना शुरू हो जाता है और लगातार 3 महीने तक फल देता है जिससे अच्छी इनकम हो जाती है. राम निहाल जिस विधि से खेती कर रहे हैं उसे टच विधि की बुवाई कहते हैं. इस विधि में जो जगह बीच में बचती है, उसमें दूसरी सब्जी की खेती कर सकते हैं. इसमें आलू, गोभी और मिर्च की सहफसली लगा सकते हैं.
Gonda,Uttar Pradesh
February 16, 2025, 23:55 IST
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