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रजत भट्ट: गोरखपुर शहर में विकास की प्रक्रिया को गति देने के लिए 15 कॉलोनियों को जल्द ही गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) से नगर निगम को हस्तांतरित किया जाएगा. इस निर्णय से शहर की इन कॉलोनियों में बेहतर सफाई, कूड़ा प्रबंधन और अन्य बुनियादी सेवाओं की सुविधा सुनिश्चित होगी. जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन और नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई.
हस्तांतरण प्रक्रिया और कार्य योजना
बैठक में यह तय किया गया कि इन कॉलोनियों की सफाई व्यवस्था, कूड़ा प्रबंधन और अन्य सेवाओं के लिए प्राधिकरण द्वारा नियुक्त एजेंसियों को नगर निगम के नियम और शर्तों के अनुसार हस्तांतरित किया जाएगा. इसके अतिरिक्त इन योजनाओं के रखरखाव के लिए आवश्यक धनराशि भी नगर निगम को प्रदान की जाएगी. जीडीए द्वारा ऑक्टोरेड टैंक की मरम्मत और अन्य लंबित कार्यों के लिए एक विस्तृत अनुमान तैयार किया जा रहा है.
हस्तांतरित होने वाली कॉलोनियों की सूची
हस्तांतरण के तहत आने वाली प्रमुख कॉलोनियों में वसुंधरा एंक्लेव, वैशाली आवासीय योजना, यशोधरा कुंज, अमरावती निकुंज, बुद्ध विहार (पार्ट ए, बी, सी), सिद्धार्थपुरम, शास्त्रीनगर और गोरखपुर स्थित जीडीए टावर शामिल हैं. इस निर्णय से इन कॉलोनियों में रहने वाले हजारों लोगों को सीधी सुविधाएं मिलेंगी. कूड़ा प्रबंधन के लिए डोर टू डोर कलेक्शन व्यवस्था लागू की जाएगी. इसके साथ ही, स्थानीय स्तर पर पारदर्शिता और सुविधाओं की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा.
अधिकारियों की प्रतिबद्धता
गोरखपुर नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने कहा कि हस्तांतरण की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाएगी और कॉलोनियों के रखरखाव के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. यह कदम गोरखपुर के शहरी विकास में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन का प्रतीक है जिससे न केवल बुनियादी सेवाओं में सुधार होगा बल्कि शहर के समग्र विकास में भी तेजी आएगी. आने वाले समय शहर की साफ सफाई और गुणवत्ता सुधार के लिए इस तरह के और काम किए जा सकते हैं.
Tags: Gorakhpur news, Gorakhpur news updates, Local18
FIRST PUBLISHED : December 25, 2024, 23:37 IST
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