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Sultanpur News: अगर दिल में हौसला और जुनून हो तो कोई भी आदमी किसी भी काम को आसानी से कर सकता है. इसी का उदाहरण पेश किया है सुल्तानपुर के रहने वाले शिवम ने. ग्रेजुएशन की पढ़ाई के साथ-साथ वो कंसील्ड सांचा बनाने का काम करते हैं और उस सांचे के साथ-साथ वह चूने की मूर्तियां भी बनाते हैं. इसे बेचकर वह महीने में हजारों रुपए की कमाई कर रहे हैं.
कंसील्ड के सांचे के साथ-साथ शिवम पेंटिंग का भी काम करते हैं, जिससे वह अपने परिवार को आर्थिक रूप से मदद कर रहे हैं. साथ ही आगे की पढ़ाई भी कर रहे हैं.
कंसील्ड सांचे का बिजनेस
सुल्तानपुर के पटखौली गांव के रहने वाले शिवम ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया कि वह सबसे पहले किसी भी छत के पंखे की साइज के हिसाब से लकड़ी का सांचा तैयार करते हैं. उसके बाद उसमें पीओपी और चूने का पेस्ट तैयार कर डाल देते हैं. इसे थोड़ी देर बाद सूखे चूने के ऊपर निकाल कर धूप में सुखा देते हैं और वह विशेष रूप की डिजाइन के साथ सांचा तैयार हो जाता है.
कितने का बिकता है कंसील्ड सांचा
शिवम ने बताया कि सीलिंग फैन वाला सांचा ढाई सौ रुपए प्रति पीस के हिसाब से बाजार में बिकता है. जबकि कंसील्ड सांचा जो पीओपी युक्त रहता है उसकी बाजार में कीमत 250 रुपए होती है. महीने भर में वो 100 पीस से अधिक पीस बेचते हैं.
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शिवम बीए की पढ़ाई करने के साथ-साथ अपने भाई को भी पेंटिंग और मूर्ति बनाने का हुनर सिखा रहे हैं. अपने मूर्ति के व्यापार को आगे बढ़ाने का लक्ष्य लेकर शिवम ने अपने परिवार को समाज की मुख्य धारा में लाना का बेहतरीन कार्य किया है.
Tags: Local18, Sultanpur news
FIRST PUBLISHED : December 31, 2024, 16:22 IST
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