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ipl 2025 में कई ऐसे खिलाड़ी ऐसे है जिनके खेलने पर ससपेंस बरकरार है. एलएसजी में मयंक यादव समेत 3 गेंदबाज चोट से जूझ रहे हैं, ऐसे में टीम ने विकल्प के तौर पर शार्दुल ठाकुर को अपने साथ अभ्यास शुरू करवा दिया है. अभ…और पढ़ें

चोटिल खिलाड़ियों को बदलने के लिए कितने मैच के बाद दरवाजे होंगे बंद
हाइलाइट्स
- आईपीएल 2025 में कई खिलाड़ी चोटिल, रिप्लेसमेंट की खोज जारी.
- एलएसजी ने शार्दुल ठाकुर को अभ्यास में शामिल किया.
- टीमें 12वें लीग मैच तक चोटिल खिलाड़ियों को बदल सकती हैं.
नई दिल्ली. ipl 2025 के शुरु होने से कुछ कप्तानों के लिए सिर मुढ़ाते ही ओले पढ़ने वाली कहावत एकदम फिट बैठ रही है. नई फ्रेंचाइजी के साथ नया कॉंबिनेशन और रणनीति बनाने का चुनौती से पार पाने की कोशिश जैसे ही शुरु हुई कुछ टीमों के घायल खिलाड़ियों की सूची ने सभी तैयारियों पर ब्रेक लगाने का काम किया है .
इंडियन प्रीमियर लीग का 18वां सीजन शुरू होने में अब चंद दिन बचे है पर टीमों की परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही. अलग अलग टीमों के कई ऐसे प्लेयर्स हैं, जिनके खेलने पर संशय बरकरार है. एलएसजी में मयंक यादव समेत 3 गेंदबाज चोट से जूझ रहे हैं, ऐसे में टीम ने विकल्प के तौर पर शार्दुल ठाकुर को अपने साथ अभ्यास शुरू करवा दिया है. अभी तक आईपीएल में कुल 5 प्लेयर्स आधिकारिक तौर पर बाहर हो चुके हैं, इनमें से 4 के रिप्लेसमेंट की घोषणा टीमें कर चुकी हैं.
आईपीएल 2025 में कैसे हो सकता है रिप्लेसमेंट ?
खिलाड़ी का चोटिल होना को आम सी बात है पर उन चोटिल खिलाड़ियों को रिप्लेस करने का हर टूर्नामेंट का नियम होता है . 2025 में टीमों को खिलाड़ियों को बदलने के लिए कुछ छूट मिली है. अब टीमें 12वें लीग मैच तक चोटिल खिलाड़ियों को बदल सकती हैं. जबकि पहले टीमें 7 मैचों तक ही अपने खिलाड़ियों को बदल सकती थी. इस बार इसे बढ़ाया गया है.वही खिलाड़ी रिप्लेसमेंट बन सकता है जो सीजन के लिए रजिस्टर्ड खिलाड़ियों के पूल में शामिल होगा. नियम में एक बात ये भी साफ है कि रिप्लेसमेंट होकर आए प्लेयर की सैलरी उस खिलाड़ी से अधिक नहीं हो सकती, जिसकी जगह वह टीम में शामिल हुआ है. रिप्लेस खिलाड़ियों की लीग फीस मौजूदा सत्र के लिए टीम की सैलरी सीमा में नहीं गिनी जाती.
चोटिल खिलाड़ी की वापसी के लिए नियम
नियम में साफ है कि बोर्ड द्वारा नामिनेटेड डॉक्टर की पुष्टि के बाद ही टीमें खिलाड़ी की जगह रिप्लेसमेंट का एलान कर सकती है. डॉक्टर को ये पुष्टि करनी होगी कि खिलाड़ी चोट से सीजन खत्म होने तक नहीं ठीक हो सकता. जो खिलाड़ी चोटिल होकर बाहर होगा, वह सीजन में आगे कोई मैच नहीं खेल सकता. बीसीसीआई ने टीमों में आंशिक बदलाव की अनुमति दी है. ये सिर्फ कुछ खास मामलों और विकेट कीपर के साथ हो सकता है. हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें तय की गई है जैसे, जब किसी टीम के पंजीकृत सभी विकेटकीपर एक मैच के लिए अनुपलब्ध हों तो ऐसी टीम बीसीसीआई से विशेष छूट मांग सकती है. इस स्थिति में BCCI विचार कर सकता है कि एक शार्ट-टर्म रिप्लेसमेंट विकेट-कीपर लाया जा सके. दो महीने से ज्यादा लंबे टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के चोटिल होने के चांस हमेशा बने रहते है इसीलिए बोर्ड ने नियम में थोड़े बदलाव करके इस बात को तय करने की कोशिश की है कि फ्रेंचाइजी को इसका नुकसान ना हो.
रिप्लेसमेंट को लेकर रार !
आईपीएल में पहले ही एक खिलाड़ी के रिप्लेसमेंट के बाद तो पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है. दरअसल मुंबई इंडियंस ने लिजाद विलियम्स के बाहर होने पर उनके रिप्लेसमेंट के तौर पर कॉर्बिन बॉश के नाम की घोषणा की. बॉश पीएसएल टीम में शामिल थे लेकिन आईपीएल में आने से उन्हें पीएसएल से अपना नाम वापस लेना पड़ा. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड चैंपियंस ट्रॉफी में हुई फजीहत से अभी नहीं उबर पाई थी कि खिलाड़ियों के नाम वापस लेना उनको नागवार गुजरा. पीसीबी ने खिलाड़ी को लीगल नोटिस तो भेज दिया है पर सही मायनों में देखा जाए तो कहीं ना कहीं पीसीबी खुद जिम्मेदार है जिन्होनें आईपीएल के विंडो पर पीएस एल कराने का फैसला किया.
New Delhi,Delhi
March 18, 2025, 16:59 IST
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