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चैंपियंस ट्रॉफी के 9वें संस्करण काआयोजन पाकिस्तान और दुबई में होगा . इससे पहले के सभी आठों संस्करण में एशियाई मूल और बाएं हाथ के बल्लेबाजोें का बोलबाला रहा है . टॉप 5 बल्लेबाजों में क्रिस गेल को छोड़कर सभी एशियाई मूल के है और…और पढ़ें
नई दिल्ली. आईसीसी के दूसरे सबसे बड़े टूर्नामेंट चैंपियंस ट्रॉफी के लिए कहीं टीमों का ऐलान हो रहा है तो कहीं टीमों ने जमकर अभ्यास कर रही है ..फरवरी से शुरु होने वाले इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को जीतने के लिए टीमें साम दाम दंड भेद अपनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती. वहीं कुछ टीमें इस टूर्नामेंट का इतिहास खंगाल रही है और समझने की कोशिश कर रहे है कि इस टूर्नामेट का ट्रेंड किस तरफ इशारा कर रहा है.
चैंपियंस ट्रॉफी का इतिहास उठाकर देखेंगे तो एक अलग तरीके का ट्रेंड आपको नजर आएगा. 1998 में पहली चैंपियंस ट्रॉफी बांग्लादेश में खेली गई थी . 2002 और 2013 में भारत ने ये टूर्नामेंट जीता और दोनों बार ट्रॉफी जिताने में उल्टे हाथ के उस्तादों का बोलबाला रहा. वैसे भी सभी 8 संस्करण पर नजर डालेंगे तो टॉप 5 रन बनाने वाले बल्लेबाजों में 4 बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं.
उल्टे हाथ के उस्तादों का बोलबाला
1998 से साल 2017 तक हुए चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में बाएं हाथ के बल्लेबाजों का बोलबाला रहा है. खास तौर पर टॉप चार में बल्लेबाजी करने वालो का दबदबा देखने को मिला है . पहले एडीशन में बांग्लादेश,श्रीलंका की सपाट पिचें हो या इंग्लैंड दक्षिण अफ्रीका की सीमिंग फ्रेंडली पिच सभी पर उल्टे हाथ के बल्लेबाज छाए रहे. अभी तक चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने में वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के ओपनर क्रिस गेल का नाम आता है. क्रिस गेल ने 17 पारियों में 791 रन बनाए . गेंद के बाद शुरु हुआ एशियाई बल्लेबाजों का वर्चस्व. श्रीलंका के महिला जयवर्धने ने 21 पारियों में 741 रन बनाए. उल्टे हाथ के उस्तादों में सबसे ज्यादा शानदार रिकॉर्ड शिखर धवन का है . धवन ने चैंपियंस ट्रॉफी में धमाका करते हुए 10 पारियों में 701 रन बना डाले. कुमार संगकारा ने 21 पारियों में 683 रन और सौरव गांगुली ने 11 पारियों में 665 रन बनाए. ये रिकॉर्ड आज भी बरकरार है . एक और मजेदार घटना इस मुद्दे से जुड़ी है जब 2017 में अंतिम चैंपियंस ट्रॉफी खेली गई और पाकिस्तान ने आईसीसी टूर्नामेंट में जीत का खाता खोला तो उसमें भी मैच विनिंग पारी खेलने वाला बल्लेबाज भी बांए हाथ का था. पाकिस्तान के लिए तब फखर जमां ने 114 रन बनाए थे.
कौन बनेगा 2025 में उस्तादों का उस्ताद
इस बार के चैंपियंस ट्रॉफी में भी सबकी नजरे कुछ धुआंधार बल्लेबाजी करने वाले बांए हाथ के बल्लेबाजों पर होगी. भारत के यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत के पास मौका होगा कि वो इस टूर्नामेंट के ट्रेंड को आगे बढ़ाए. न्यूजीलैंड के रचिन रवींद्र और डेवॉन कॉनवे जिन्होनें 2023 वर्ल्ड कप में धमाल किया था वो भी इस चैंपियंस ट्रॉफी में धमाका कर सकते है. ऑस्ट्रेलिया के ट्रंप कार्ड ट्रेविस हेड सभी टीमों के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकते है. दक्षिण अफ्रीका को भी अपने विस्फोटक बल्लेबाज डेविड मिलर से कुछ बड़े प्रदर्शन की आस होगी. कुल मिलाकर एक बात तो साफ है कि 8 साल बाद हो रही चैंपियंस ट्रॉफी में इस बार भी कोई उल्टे हाथ का उस्ताद महफिल लूट ले जाए तो चौंकिएगा मत.
New Delhi,Delhi
January 15, 2025, 17:09 IST
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