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Arbi Ke Patte Ka Pakoda: अरबी सीजनल सब्जी होने के कारण सिर्फ 2 महीने ही उपलब्ध होती है. इसकी गांव और शहरों में भारी डिमांड रहती है. लोग इसे स्टीम करके पकोड़े बनाते हैं जो टेस्टी होती है.
हाइलाइट्स
- यह एक सीजनल सब्जी होने के कारण सिर्फ 2 महीने ही उपलब्ध होती है.
- इसकी भारी डिमांड रहती है.
- अरबी के पत्ते खाने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं
यह एक सीजनल सब्जी है और सिर्फ 2 महीने ही उपलब्ध होती है, इसे सिर्फ बरसात में ही खाया जा सकता है. अब तो गांव की यह सब्जी शहरों में भी मिलने लगी है और इसकी भारी डिमांड भी है. महानगरों में बसे लोगों के लिए अब पत्रौडे खाना सपना नहीं रहा है, अब जगह-जगह यह सब्जी बनने लगी है. विविधता के कारण इसका नाम अलग हो सकता है.
अरबी के पत्तों का एक अलग स्वाद होता है और ये आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. यह पत्ते आहार फाइबर, विटामिन ए और सी, और कैल्शियम और आयरन जैसे खनिजों का एक अच्छा स्रोत माने जाते हैं. अरबी, जिसे कोलोकेसिया के नाम से भी जाना जाता है, में एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुण होते हैं. इनके सेवन से पाचन और प्रतिरक्षा प्रणाली बेहतर होती है. अपने उच्च फाइबर गुणों के कारण अरबी के पत्ते खाने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं. इसलिए, अरबी के पत्तों की सब्जी भी बहुत लाभकारी होती है और हमें बरसात के सीजन में इसे जरूर खाना चाहिए.
इसे बनाने के लिए सबसे पहले अरबी के पत्ते लाते हैं जिन्हें पानी से धोकर साफ करते हैं. उसके बाद बेसन का एक विशेष लेप तैयार करते हैं जिसमें सारे मसाले स्वाद अनुसार डाले जाते हैं. फिर इस लेप को अच्छे से घोल कर अरबी के पत्तों पर एक-एक कर के लगाते हैं और पत्तों को ऊपर रखते जाते हैं. इसके बाद सभी पत्तों को एक तह में बंद कर के रखते हैं और उन्हें उबालने के लिए स्टीमर में रखते हैं. कुछ देर बाद उन्हें स्टीमर से निकाल कर बाहर रखते हैं और फिर ठंडा करते हैं. इसके लिए उन्हें फ्रिज में रखा जाता है. इसके बाद उनके छोटे-छोटे टुकड़े कर तवे पर तेल लगा कर पकाया जाता है. इस तरह आपके पत्रौडे बनकर बिल्कुल तैयार हो जाएंगे.
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