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टेक दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में अपनी 50वीं वर्षगांठ मनाई है. इसके जश्न के बीच एक भारतीय मूल की वानिया अग्रवाल ने कंपनी पर गाजा में इजरायली सेना को AI सपोर्ट देने का आरोप लगाया और कहा कि आपको शर्म आनी चाह…और पढ़ें

वानिया अग्रवाल भारतीय मूल की हैं और माइक्रोसॉफ्ट में ही काम कर रही थीं.
हाइलाइट्स
- वानिया अग्रवाल ने माइक्रोसॉफ्ट पर इजरायली सेना को AI सपोर्ट देने का आरोप लगाया.
- माइक्रोसॉफ्ट के 50वीं वर्षगांठ समारोह में वानिया ने बिल गेट्स को शर्मिंदा किया.
- वानिया अग्रवाल ने इस्तीफा देकर इजरायल-माइक्रोसॉफ्ट संबंधों का विरोध किया.
Who is Vania Agrawal: टेक दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में अपनी 50वीं वर्षगांठ का जश्न मनाया. ये जश्न वाशिंगटन में मनाया गया. लेकिन इस बीच भारतीय मूल की टेक विशेषज्ञ वानिया अग्रवाल ने गाजा में इजरायली सैन्य अभियानों पर कंपनी के रुख पर सवाल उठाते हुए माइक्रोसॉफ्ट के जश्न को फीका कर दिया. इस वाकया के बाद वानिया की आवाज पूरी दुनिया में गूंज रही है. माइक्रोसॉफ्ट के इस समारोह में कंपनी के को-फाउंडर बिल गेट्स, पूर्व सीईओ स्टीव बाल्मर और वर्तमान सीईओ सत्य नडेला मंच पर मौजूद थे.
समारोह के बीच में ही वानिया ने चिल्लाते हुए कहा कि शर्म आनी चाहिए आप सबको. आप सब पाखंडी हैं. गाजा में 50,000 फिलिस्तीनियों की हत्या माइक्रोसॉफ्ट की तकनीक से हुई है. आप लोगों की हिम्मत कैसे हुई. उनके खून पर जश्न मनाने के लिए आप सबको शर्म आनी चाहिए. इजरायल से संबंध तोड़ो. हालांकि इसके बाद वानिया को उस हॉल से बाहर कर दिया गया, जहां ये जलसा हो रहा था.
कौन हैं वानिया अग्रवाल?
वानिया अग्रवाल, भारतीय मूल की AI सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, जो माइक्रोसॉफ्ट के AI सेगमेंट के लिए काम कर रही थीं. रिपोर्ट के अनुसार घटना के तुरंत बाद ही अग्रवाल ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया. अपने इस्तीफे में, उन्होंने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट में उनका आखिरी दिन 11 अप्रैल होगा. अग्रवाल माइक्रोसॉफ्ट के इजरायल के रक्षा मंत्रालय के साथ कथित 133 मिलियन डॉलर के क्लाउड और AI कॉन्ट्रैक्ट के खिलाफ विरोध कर रही थीं, जैसा कि द मिंट ने रिपोर्ट किया है.
उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा कि मैं अपने होश-ओ-हवास में उस कंपनी का हिस्सा नहीं बन सकती जो इस हिंसक अन्याय में शामिल है. भारतीय मूल की टेक्नोलॉजिस्ट ने अपने इस्तीफे में ये भी लिखा कि माइक्रोसॉफ्ट नेतृत्व को इजरायल से अलग होना चाहिए और घातक तकनीक को बेचने से रोकना चाहिए जो रंगभेद और नरसंहार को बढ़ावा देती है. इस इस्तीफे को द वर्ज ने एक्सेस किया.
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