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KL Rahul Fifty: केएल राहुल ने अहमदाबाद टेस्ट के पहले ही दिन अपना अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने आज मैदान पर डटकर बल्लेबाजी की. दूसरे छोर से विकेट गिरे लेकिन राहुल ने चोट के बावजूद अपना छोर डगमगाने नहीं दिया और टीम के लिए अहम रन बनाए.

नई दिल्ली. अहमदाबाद टेस्ट के पहले दिन केएल राहुल ने अपनी फिफ्टी पूरी की. वेस्टइंडीज को सस्ते में ढेर करने के बाद भारत की टीम बल्लेबाजी के लिए उतरी तो ऐसा लगा कि रनों की खूब बारिश होने वाली है. भारतीय फैन्स का मैच को लेकर यह नजरिया होना लाजमी भी है क्योंकि कई मौकों पर भारत विंडीज के बल्लेबाजी क्रम को सस्ते में ढेर कर पहाड़ जैसा स्कोर बना चुका है. हालांकि आज मुकाबले के पहले दिन भारतीय टीम की वो चमक नजर नहीं आई. यशस्वी जायसवाल सस्ते में आउट हो गए. साई सुदर्शन का बल्ला भी नहीं चला. केवल केएल राहुल की ऐसे बैटर हैं, जिन्होंने पिच पर खड़े होकर रन बनाने की जिम्मेदारी उठाई. खासबात यह है कि चोट लगने के बावजूद वो डगमगाए नहीं.
यशस्वी से शुरुआत में नहीं बन रहे थे रन
केएल राहुल मैच में यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग करने के लिए उतरे थे. एक-एक कर छह ओवर गुजर गए लेकिन यशस्वी का खाता नहीं खुल पाया. इस वक्त तक केएल 13 रनों का योगदान टीम के लिए दे चुके थे. 12 ओवर बाद भी जायसवाल 32 गेंदों का सामना करने के बाद केवल चार रन ही बना पाए थे. दूसरी ओवर केएल राहुल रनों की गति को अकेले ही आगे बढ़ाने में लगे हुए थे. हालांकि बाद में बाएं हाथ के बैटर ने कुछ अच्छे शार्ट लगाए. उन्होने 54 गेंदों पर 36 रनों की पारी खेली और शाई होप के हाथों लपके गए.
फ्लॉप रहे साई सुदर्शन
नए बैटर साई सुदर्शन पर रन बनाने में ज्यादा योगदान नहीं दे पाए. 19 गेंदों पर 7 रन बनाने के बाद वो रोस्टन चेज की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हुए. इसके बाद केएल राहुल का साथ निभाने के लिए कप्तान शुभमन गिल आए. राहुल धीरे-धीरे रनों की रफ्तार को आगे बढ़ाते रहे और दिन का खेल खत्म होने तक अपने अर्धशतक की दहलीज पर पहुंच गए. इससे पहले वेस्टइंडीज की टीम मैच में महज 162 रनों पर ऑलआउट हो गई. मोहम्मद सिराज ने चार और जसप्रीत बुमराह ने तीन विकेट अपने नाम कर भारत को अहमदाबाद टेस्ट के पहले ही दिन मजबूत स्थिति में ला दिया.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें
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