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उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में किसान बरसात के मौसम में बड़ी संख्या में गोभी की खेती करते हैं. कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली यह खेती किसानों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन चुकी है. अगर आप भी बरसात के मौसम में गोभी की खेती करने की योजना बना रहे हैं, तो पहले इसकी कुछ बेहतरीन किस्मों के बारे में जान लेना जरूरी है.

यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में किसान सब्जी की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. सब्जी की खेती कर किसानों को अच्छा खासा मुनाफा होता है. ऐसे में अगर आप भी गोभी की खेती करना चाहते हैं तो जुलाई-अगस्त के महीने में गोभी की रोपाई कर लाखों रुपए कमा सकते हैं.

गोभी की सब्जी हर किसी को पसंद होती है. ठंड के दिनों में गोभी हर जगह आसानी से मिल जाती है, लेकिन बरसात और गर्मी के मौसम में यह केवल कोल्ड स्टोर पर ही उपलब्ध होती है. इसी वजह से किसान बरसात के मौसम में गोभी की खेती कर लाखों रुपए कमाते हैं.

अगर आप भी बरसात के मौसम में गोभी की खेती करना चाहते हैं तो सबसे बढ़िया किस्म पूसा ड्रम हेड है. यह गोभी की किस्म 80 से 90 दिनों में तैयार हो जाती है.

श्री राम 456 एक संकर फूल गोभी किस्म है. जुलाई के महीने में इसकी पौध की रोपाई की जा सकती है और यह 55 से 60 दिनों में तैयार हो जाती है. कम लागत में गोभी की फसल से अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुहेल खान ने बताया कि गोभी की डिमांड बाजारों में बरसात के मौसम में अधिक रहती है.

जुलाई के महीने में आप पत्ता गोभी की भी खेती कर सकते हैं. पत्ता गोभी की खेती कर आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. पत्ता गोभी की नर्सरी लगाने के लिए जुलाई का महीना बेस्ट माना जाता है.

रोपाई के लिए जुलाई से अगस्त का महीना उपयुक्त माना जाता है. बरसात के मौसम में पत्ता गोभी की फसल पर कीटों और रोगों का प्रकोप बढ़ सकता है, इसलिए समय-समय पर कीटनाशकों और रोगों से बचाव के लिए दवाओं का उपयोग करें.

जुलाई के महीने में आप पत्ता गोभी की इन पांच प्रजातियों की खेती कर सकते हैं, जिनमें पूसा दीपाली, पूसा, कनाडा, अर्का केशव और पूसा कार्तिकीय शामिल हैं.
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