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सर्दियों का मौसम आते ही सेहत का खास ख्याल रखना जरूरी हो जाता है. मौसम में बदलाव के साथ ही कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए सिर्फ गर्म कपड़े पहनना ही काफी नहीं है. घर में कुछ जरूरी बदलाव और सावधानियों को अपनाकर हम ठंड से बच सकते हैं और खुद को स्वस्थ रख सकते हैं. इस मौसम में समय रहते की गई तैयारी से सेहत पर बुरा असर नहीं पड़ता और सर्दियों का मजा भी दोगुना हो जाता है.

हर साल सर्दियों में हमें अपनी सेहत का खास ख्याल रखना पड़ता है, क्योंकि बदलते मौसम के साथ कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में सिर्फ ऊनी कपड़े पहनना ही काफी नहीं, घर में कुछ जरूरी बदलाव भी करने होते हैं, जिससे हम ठंड से बच सकते हैं. अगर ठंड शुरू होने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखा जाए, तो सर्दियों में सेहत को लेकर काफी फायदा मिल सकता है. इस खबर में उन्हीं जरूरी विषयों पर ध्यान दिया गया है, जो हमारी सेहत और सुरक्षा के लिए अहम हैं.

अभी तो घर में पंखा चल रहा है और हल्की मोटी चद्दर से भी काम चल रहा है, लेकिन आने वाले हफ्तों में किसी भी दिन पारा नीचे चला जाएगा और फिर रजाई की जरूरत पड़ सकती है. ऐसे में सर्दियों के कंबल, रजाई और गर्म कपड़ों को अभी से धूप दिखा देना चाहिए, क्योंकि महीनों से बंद पड़े रहने के कारण इनमें कीट और बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं. धूप की गर्मी से ये कीट और बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं और कपड़े साफ-सुथरे व सुरक्षित रहते हैं.

कंबल, रजाई वगैरह के कवर अभी से गर्म पानी में भिगोकर अच्छे से धो लें. इसके अलावा साल में एक बार रजाई को ड्राई क्लीन करवाना भी अच्छा रहता है, क्योंकि रूई वाली मोटी रजाई को घर में पानी से धो नहीं सकते. ड्राई क्लीन करवाने से उसकी गंदगी, धूल, कीट और बैक्टीरिया सब साफ हो जाते हैं, जिससे रजाई साफ-सुथरी और सेहत के लिए सुरक्षित रहती है.

सर्दियों में ठंड से बचने के लिए स्वेटर, जैकेट, इनर जैसे गर्म कपड़ों की जरूरत पड़ती है. लेकिन, इन्हें पहनने से पहले एक बार अच्छे से धोना बेहद जरूरी होता है. लंबे समय तक अलमारी में रखे रहने से कपड़ों में सीलन वाली गंध आने लगती है, जिससे असहजता और स्किन इन्फेक्शन का खतरा बढ़ सकता है. इसलिए सर्दी शुरू होने से पहले इन कपड़ों को साफ करना जरूरी है. घर पर धोते समय माइल्ड, सॉफ्ट या लिक्विड डिटर्जेंट का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा रहता है. इससे कपड़े भी साफ रहेंगे और उनकी क्वालिटी भी बनी रहेगी.

बच्चों के शरीर का विकास बहुत तेजी से होता है और कई बार पिछले साल सर्दियों में खरीदे गए कपड़े उन्हें फिट नहीं आते. ऐसे में सर्दी शुरू होने से पहले बच्चों को ये कपड़े पहनाकर देख लेना चाहिए. जो कपड़े छोटे हो गए हों, उनकी लिस्ट बनाकर समय रहते खरीद लें. नहीं तो जरूरत के समय आपको भाग-दौड़ और परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. इससे आप पहले से तैयारी कर सकते हैं और बच्चों को सर्दियों में आरामदायक कपड़े पहनाकर ठंड से बचा सकते हैं.

सर्दियों में ठंड से बचने के लिए लोग गर्म पानी से नहाना पसंद करते हैं और इसके लिए गीजर का उपयोग ज्यादा होता है. इसलिए सीजन शुरू होने से पहले गीजर की सर्विसिंग करवा लें ताकि वह सही तरीके से काम करे. अगर गीजर खराब पड़ा है तो उसे समय रहते रिपेयर करवा लें या नया खरीद लें. क्योंकि सर्दियों में गीजर की जरूरत बढ़ जाती है और खासकर बच्चों को नहलाने के लिए गर्म पानी जरूरी होता है. सही समय पर तैयारी करने से आप ठंड में परेशानी से बच सकते हैं.

सर्दियों में धूप कम निकलती है, ऐसे में कपड़े सुखाना चुनौती बन जाता है. खासतौर पर पर्दे, सोफे के कवर जैसे भारी कपड़े धोने के बाद कई दिनों तक सूखते नहीं हैं. इसलिए कड़ाके की ठंड शुरू होने से पहले ही इन कपड़ों को धोकर अच्छे से सुखाकर रख लें. क्योंकि ये कपड़े गंदगी और बैक्टीरिया से भर सकते हैं, जो बच्चों के छूने से उन्हें बीमार कर सकते हैं. इसलिए समय रहते इनका ध्यान रखना जरूरी है ताकि परिवार स्वस्थ रह सके.

सर्दियों में घर में नमी बढ़ जाती है, जिससे सफाई करने के बाद भी कई दिनों तक जगह सूखती नहीं है. इसलिए ठंड शुरू होने से पहले पूरे घर की डीप क्लीनिंग करवा लेनी चाहिए. इससे घर में जमा धूल-मिट्टी दूर होती है और गंदगी से बचाव होता है. खासकर किचन की सफाई पर ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि यहां बैक्टीरिया छिपे रहने का खतरा अधिक रहता है. साथ ही, फ्रीजर और ओवन की सफाई भी समय रहते कर लें, ताकि सर्दियों में सफाई और सेहत दोनों बनी रहें.

सर्दियों में घर के अंदर नमी बढ़ने से फर्नीचर, दीवारों और अन्य जगहों पर सीलन जमने लगती है. यह सीलन न केवल घर की सुंदरता को प्रभावित करती है, बल्कि एलर्जी, अस्थमा जैसी समस्याओं का भी कारण बन सकती है. इसे कम करने के लिए डीह्यूमिडिफायर लगाना बेहद लाभकारी होता है. यह मशीन हवा से अतिरिक्त नमी को सोखकर घर को सीलन से बचाती है और घर का वातावरण साफ, सुखद और सेहतमंद बनाए रखती है.
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