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Satavar Health Benefits: झारखंड के आदिवासी समाज में डिलीवरी के बाद दूध न बनने पर सतावर नामक बूटी का इस्तेमाल होता है. जानिए इस परंपरागत जड़ी बूटी की खूबियां और प्रयोग का तरीका.

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डिलीवरी के बाद नहीं बन रहा दूध? जंगल की ये बूटी कर रही है वो काम जो मेडिकल सपोर्ट भी नहीं कर पा रहा

डिलीवरी के बाद नहीं बन रहा दूध? जंगल की ये बूटी कर रही है वो काम जो मेडिकल सपोर्ट भी नहीं कर पा रहा

हाइलाइट्स

  • सतावर दूध बनने में मदद करता है.
  • सतावर खून की कमी और थकान को दूर करता है.
  • सतावर पाउडर पानी के साथ लिया जाता है.

बच्चे के जन्म के बाद जब किसी मां को दूध न बन पाने की समस्या होती है, तो शहरी इलाके में रहने वाले लोग डॉक्टरों की सलाह पर निर्भर रहते हैं. लेकिन झारखंड के आदिवासी समाज ने इस चुनौती का समाधान प्रकृति की गोद में खोज निकाला है. वहां की महिलाएं ‘सतावर’ नामक जड़ी बूटी का उपयोग करती हैं, जिसे वो एक जीवनदायिनी औषधि मानती हैं.

ये कोई तुक्का नहीं, बल्कि पीढ़ियों से आज़माया हुआ पारंपरिक ज्ञान है, जो अब धीरे-धीरे मेडिकल साइंस की भी नज़र में आ रहा है.

सतावर: मां बनने के बाद का सबसे बड़ा सहारा
आदिवासी महिला नीलम देवी बताती हैं कि जंगलों में मिलने वाली यह सफेद जड़ वाली बूटी ‘सतावर’ महिलाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं. खासकर तब, जब डिलीवरी के बाद स्तनपान की समस्या हो.

“मैं खुद पिछले 4 सालों से इसका उपयोग कर रही हूं. यह न सिर्फ दूध बनने में मदद करता है, बल्कि शरीर को ताकत भी देता है,” … नीलम देवी

खून की कमी और थकान को करता है दूर
सतावर का पाउडर केवल नई माताओं के लिए नहीं, बल्कि हर महिला के लिए फायदेमंद बताया जाता है. नीलम के अनुसार, यह खून की कमी, थकान, और कमज़ोरी जैसी समस्याओं को जड़ से खत्म करता है. रोज़ एक चम्मच सतावर पाउडर पानी के साथ लेने से शरीर में बदलाव महसूस होता है.

कैसे बनता है सतावर पाउडर?
इसका पाउडर सतावर की जड़ से तैयार किया जाता है. जड़ों को पहले छांव में सुखाया जाता है और फिर ओखली या मिक्सर की मदद से पाउडर में बदला जाता है. यह पाउडर सीलबंद डिब्बे में महीनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है.

कैसे करें इसका इस्तेमाल?
डोज़: एक चम्मच सतावर पाउडर

कैसे लें: पानी के साथ सुबह या शाम

कब असर दिखेगा:

खून की कमी में: 7 दिन में

डिलीवरी के बाद दूध की समस्या में: 2–3 दिन में

महत्वपूर्ण: यह लेख आदिवासी परंपरा और अनुभवों पर आधारित है. स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें.

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डिलीवरी के बाद नहीं बन रहा दूध? जंगल की ये बूटी आदिवासी महिलाओं की छुपी ताकत

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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