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Magical Plant For Diseases: औषधीय गुणों से भरे पौधों में सबसे ऊपर जिसका नाम आता है, वह है लताकरंज. ये डायबिटीज से लेकर पाइल्स, गठिया, खांसी जैसे तमाम रोगों में फायदा पहुंचाता है. इस प्रकार इसका सेवन कर सकते हैं…और पढ़ें

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डॉक्टर, दवाई सब भूल जाएंगे अगर पी लिया इस हरे पौधे का काढ़ा! एक नहीं दस बीमारियों से दिलाता है निजात!

LOCAL 18 Basti 

हाइलाइट्स

  • लताकरंज का काढ़ा कई बीमारियों में लाभकारी है.
  • मलेरिया और मधुमेह के इलाज में लताकरंज उपयोगी है.
  • लताकरंज का काढ़ा खांसी और बवासीर में राहत देता है.

बस्ती: हमारे परिक्षेत्र में कई ऐसे पौधे पाए जाते हैं, जिनमें औषधीय गुण कूट-कूटकर भरे होते हैं, लेकिन इसके बारे में जानकारी न होने के कारण हम इनका उपयोग नहीं कर पाते हैं. ऐसे ही औषधीय गुणों से भरपूर होता है लताकरंज का पौधा. लताकरंज का हरा-भरा पौधा अपनी सुंदरता से आकर्षित करता है, बल्कि इसके स्वास्थ्य लाभ भी बहुत हैं.

राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय मुसहा बेलसड़, बस्ती के चिकित्साधिकारी डॉक्टर बालकृष्ण यादव बताते हैं कि यह शरीर को निरोगी रखने के लिए एक बेहतरीन प्राकृतिक उपचार है. इस पौधे के बीजों और पत्तियों का प्रयोग विभिन्न बीमारियों के उपचार में किया जाता है. आइए जानते हैं इसके प्रमुख फायदों के बारे में.

मलेरिया बुखार का इलाज
डॉ. बालकृष्ण बताते हैं कि लताकरंज का उपयोग मलेरिया सहित विभिन्न प्रकार के बुखारों के इलाज में बड़े स्तर पर किया जाता है. यह शरीर में ऐंठन और बुखार को ठीक करने में सहायक है. इसे ‘फीवर नट’ भी कहा जाता है, क्योंकि यह बुखार को जल्दी ठीक करने में मदद करता है.

मधुमेह का इलाज
लताकरंज का स्वाद कड़वा होता है, जिससे यह मधुमेह के मरीजों के लिए रामबाण इलाज साबित होता है. इसकी पत्तियों का काढ़ा बनाने से बार-बार पेशाब आने की समस्या में राहत मिलती है.

खांसी में लाभदायक
लताकरंज का काढ़ा बनाकर पीने से खांसी में राहत मिलती है. इसमें 2 से 3 काली मिर्च डालने से इसके गुण और प्रभावी हो जाते हैं. इसके सेवन से सर्दी, जुकाम और बदलते मौसम से होने वाली खांसी में राहत मिलती है. यह उपाय गांवों में भी प्रचलित है और आज भी उपयोग किया जाता है.

बवासीर का उपचार
बवासीर एक दर्दनाक समस्या है, जो कब्ज की समस्या से उत्पन्न होती है. लताकरंज के पत्तों को पीसकर पिलाने से बवासीर के दर्द में आराम मिलता है. इसके अलावा, लताकरंज के दूसरे हिस्सों का भी उपयोग बवासीर के इलाज में किया जाता है. यह कड़वा होता है, इसलिए इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए.

सूजन कम करने व गठिया रोग के दर्द में फायदेमंद
लताकरंज के पत्तों का पेस्ट घुटने या शरीर के किसी अन्य हिस्से पर लगाने से सूजन में कमी आती है. यह सूजन संबंधी समस्याओं में राहत देता है. लताकरंज का तेल गठिया के दर्द को कम करने में भी सहायक है. इसका नियमित प्रयोग जोड़ों के दर्द को कम करता है और राहत भी देता है.

कैसे बनाएं काढ़ा
एक्सपर्ट आगे बताते हैं कि काढ़ा बनाने के लिए लताकरंज की 10 से 15 पत्तियों को एक कप पानी में तब तक उबालें, जब तक वह एक चौथाई न बच जाए. बचे हुए भाग का सेवन करें. इससे ऊपर बताए गए बहुत से रोगों में फायदा मिलेगा. हालांकि किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या से ग्रसित हों तो पहले डॉक्टर से संपर्क कर लें.

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डॉक्टर, दवाई सब भूल जाएंगे अगर पी लिया इस हरे पौधे का काढ़ा! रामबाण इलाज है!

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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