[ad_1]
Last Updated:
सोशल मीडिया पर ताजमहल पर हमले का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे एआई का इस्तेमाल करके फर्जी तरीके से बनाया गया है. भारत की जवाबी कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तानी डिजिटल क्रिएटर ने इसे बनाया है.

title=ताजमहल की फेक वीडियो
/>
ताजमहल की फेक वीडियो
हाइलाइट्स
- ताजमहल पर हमले का फर्जी वीडियो वायरल
- वीडियो को आगरा पुलिस ने फेक बताया
- सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखी जा रही है
आगरा: पहलगाम हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान समर्थित डिजिटल क्रिएटर अब सोशल मीडिया पर झूठ और भ्रम फैलाने में जुट गए हैं. भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करते हुए ये क्रिएटर AI की मदद से फर्जी वीडियो बना रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो ताजमहल से जुड़ा सामने आया है जिसे आगरा पुलिस ने फर्जी बताया है.
साजिद नाम के यूजर ने की पोस्ट
मोहम्मद साजिद साजिद नाम की इंस्टाग्राम आईडी @r_k_rock_sajid_0_7 से पोस्ट किए गए इस वीडियो में पाकिस्तान आर्मी द्वारा ताजमहल पर हमला दिखाया गया है. 10 सेकंड के इस वीडियो में ताजमहल जलता हुआ नजर आता है. वीडियो को अब तक 2.1 मिलियन व्यूज़ मिल चुके हैं और इसे 1337 फॉलोअर्स वाले पेज से शेयर किया गया है.
पुलिस ने वीडियो बताया फेक
आगरा पुलिस मीडिया सेल ने इस वीडियो को फेक और भ्रामक करार दिया है. पुलिस के अनुसार, यह वीडियो AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के माध्यम से तैयार किया गया है और इसका उद्देश्य समाज में डर, भ्रम और अस्थिरता फैलाना है.
सोशल मीडिया पर रखी जा रही है पैनी नजर
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने कहा कि भारत-पाक तनाव के माहौल में सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखी जा रही है. राष्ट्र विरोधी, दंगा भड़काने या भ्रम फैलाने वाली किसी भी पोस्ट पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने नागरिकों से भी अपील की कि ऐसी किसी भी वीडियो को न शेयर करें, न लाइक करें, न ही कमेंट करें, और तुरंत संबंधित अधिकारियों को रिपोर्ट करें.
यूजर का पता लगा रही पुलिस
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि वीडियो पोस्ट करने वाला व्यक्ति किस देश से संबंध रखता है. उसके द्वारा पोस्ट किए गए अन्य वीडियो भी भारत विरोधी सामग्री से भरे हुए हैं. सोशल मीडिया पर भ्रामक और राष्ट्र विरोधी सामग्री के खिलाफ सख्त रुख अपनाया गया है. आम जनता से भी जागरूक और सतर्क रहने की अपील की गई है.
[ad_2]
Source link