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दही भारतीय खानपान का अहम हिस्सा है, लेकिन आयुर्वेद के अनुसार इसे सही समय और तरीके से ही खाना चाहिए. डॉ. मनीषा मिश्रा के अनुसार, दही दिन में खाना फायदेमंद है, जबकि रात में नुकसानदायक हो सकता है.

दही को खाने के लिए कौनसे नियमों का पालन करना चाहिए.
हाइलाइट्स
- गर्मियों में दही का सेवन सही नहीं है.
- रात में दही खाने से हाजमे में गड़बड़ी हो सकती है.
- कफ-प्रकृति की बीमारियों में दही सीमित मात्रा में खाएं.
Roj Dahi Khane Ke Fayde aur Nuksan: दही भारतीय खानपान का अहम हिस्सा है और गर्मियों के मौसम में तो अक्सर लोग खाने में दही जरूर खाने लगते हैं. चटनी से लेकर कढ़ी और लस्सी तक, इसकी मौजूदगी लगभग हर रसोई में दिखती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस फ्रिज में रखे दही को आप ठंडा-ठंडा मानकर खा रहे हैं, वो इस मौसम में आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. असल में आयुर्वेद के अनुसार, दही सिर्फ एक स्वादिष्ट चीज नहीं है, बल्कि एक “उष्ण” (गर्म प्रकृति) वाला आहार है, जिसे सही तरीके और समय पर ही खाना चाहिए. अगर आप इसे गलत समय या गलत तरीके से खा रहे हैं, तो फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है. जानीमानी आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. मनीषा मिश्रा ने बताए कि दही को खाने के लिए कौनसे नियमों का पालन करना चाहिए, जो आयुर्वेद में बताए गए हैं.
कब खाना चाहिए दही?
डॉ. मनीषा मिश्रा बताती हैं कि दही को अक्सर लोग अपनी डेली डाइट में शामिल कर लेते हैं. ये एक बेहतरीन प्रोबायोटिक होता है, लेकिन इसे हर दिन नहीं खाना चाहिए. दही का रोज-रोज सेवन आपको स्वाथ्य से जुड़ी परेशानियां दे सकता है. वहीं आयुर्वेद के अनुसार दही को दिन में खाना ज्यादा फायदेमंद होता है, खासकर दोपहर के भोजन में. सुबह-सुबह या रात को दही खाना हाजमे में गड़बड़ी कर सकता है क्योंकि इन समयों पर पाचन अग्नि कमज़ोर होती है. दही की तासीर गर्म होती है, जो रात में बलगम, सर्दी या पेट फूलने की समस्या को बढ़ा सकती है. अक्सर लोग गर्मियों में दही का सेवन बढ़ा देते हैं. लेकिन वहीं डॉ. मनीषा बताती हैं कि दही का सेवन गर्मी के मौसम में करना सही नहीं है. दही को सर्दियों और बारिश् के मौसम में खाना चाहिए. जबकि गर्मी और पतझड़ के समय दही को भोजन में शामिल नहीं करना चाहिए.
किसके साथ दही खाना सही है?
दही को अकेले खाने की बजाय इसे अन्य चीजों के साथ मिलाकर खाना बेहतर होता है. जैसे—दही को शहद, मूंग की दाल, मिश्री या आम्ला पाउडर के साथ खाना लाभकारी होता है. इसे घी, शहद, गर्म भोजन या फलों के साथ नहीं खाना चाहिए, ये “विरुद्ध आहार” कहलाते हैं और शरीर में विष उत्पन्न कर सकते हैं.
किसे नहीं खाना चाहिए दही?
जिन लोगों को कफ-प्रकृति की बीमारियां होती हैं जैसे साइनस, सर्दी-जुकाम, त्वचा रोग या मोटापा—उन्हें दही सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए. इन्हें छाछ या मट्ठा का सेवन करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि ये हल्के और पाचन में आसान होते हैं.
दही का सही विकल्प
अगर आप रात में दही खाना चाहें तो आयुर्वेद मट्ठा यानी छाछ को बेहतर मानता है. छाछ हल्की, पचने में आसान और वात-कफ को संतुलित करने वाली होती है.
दीपिका शर्मा पिछले 5 सालों से News18 Hindi में काम कर रही हैं. News Editor के पद पर रहते हुए Entertainment सेक्शन को 4 सालों तक लीड करने के साथ अब Lifestyle, Astrology और Dharma की टीम को लीड कर रही हैं. पत्र…और पढ़ें
दीपिका शर्मा पिछले 5 सालों से News18 Hindi में काम कर रही हैं. News Editor के पद पर रहते हुए Entertainment सेक्शन को 4 सालों तक लीड करने के साथ अब Lifestyle, Astrology और Dharma की टीम को लीड कर रही हैं. पत्र… और पढ़ें
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