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Movies on Delhi Police: हमारे देश में हर राज्य की पुलिस की एक अपनी पहचान है. इन सब में देश की राजधानी दिल्ली की पुलिस भी है. जिनकी वीरता के किस्से हर किसी को देश भर में पता हैं. वहीं दिल्ली पुलिस के कई ऑफिसर्स के ऊपर कई वेब सीरीज और फिल्में भी बन चुकी हैं. कौन से हैं यह दिल्ली पुलिस के ऑफिसर आए आपको बताते हैं.

2019 की फिल्म ‘बाटला हाउस’ वास्तविक जीवन 2008 बाटला हाउस एनकाउंटर से प्रेरित है और इसमें एक चरित्र, IPS संजय कुमार (जॉन अब्राहम द्वारा अभिनीत) है, जो उस समय के एसीपी संजीव कुमार यादव पर आधारित है, वह उस वक्त इस एनकाउंटर को लीड करने वाले ऑफिसर्स में से एक थे, बाद में संजीव को इस एनकाउंटर के लिए प्रेसिडेंट गैलेंट्री अवार्ड भी मिला था.

बाटला हाउस एनकाउंटर पर बनी फिल्म में दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा को भी दिखाया गया है, जो इस एनकाउंटर में शहीद हो गए थे. हम आपको बता दें कि मोहन ने ही पहले इस रेड को जो बाद में एनकाउंटर में तब्दील हो गई थी उसे लीड किया था, बाद में उन्हें उनकी शूरवीरता के लिए अशोक चक्र से भी सम्मानित किया गया था.

निर्भया केस पर बनी 2109 में वेब सीरीज ‘दिल्ली क्राइम’ में IPS छाया शर्मा का किरदार एक्ट्रेस शेफाली शाह ने वेब सीरीज में बतौर डीसीपी वर्तिका चतुर्वेदी के रूप में निभाया है. छाया को 2004 और 2015 में अपनी सेवाओं के लिए दो विशेष ड्यूटी पदक के मिले हैं और 2015 में मेरिटोरियस सर्विस के लिए भी उन्हें राष्ट्रपति से पुलिस पदक देकर सम्मानित किया गया है.

द इंडियन प्रेडेटर थे बटर का दिल्ली 2012 की एक वेब सीरीज है जिसमें दिल्ली पुलिस के ऑफिसर सुंदर सिंह बताए गए हैं. जिन्होंने 2006-2007 में दिल्ली के एक सीरियल किलर को पकड़ा था जो लोगों को मार कर तिहाड़ जेल के गेट के बाहर उनकी लाश रख देता था. इस वेब सीरीज में सुंदर सिंह जो कि दिल्ली पुलिस का एक ऑफिसर बताया गया है वह असल में कौन है इसकी कोई भी कोई जानकारी नहीं है. हालांकि, यह बात पक्की है कि वह दिल्ली पुलिस का ही कोई ऑफिसर है.

‘ब्लैक वारंट’ वेब सीरीज असल में 2019 में सुनील गुप्ता और सुनेत्रा चौधरी द्वारा लिखी गई नॉन-फिक्शन किताब ‘ब्लैक वारंट: कन्फेशन ऑफ ए तिहाड़’ जेलर पर आधारित है. यह किताब सुनील गुप्ता के तिहाड़ जेल में जेलर के रूप में बिताए गए समय और 1980 के दशक में जेल में हुई कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं पर आधारित है, जैसे कि चार्ल्स शोभराज की कैद और मकबूल भट्ट की फांसी.

वेब सीरीज दिल्ली क्राइम, दिल्ली के पूर्व पुलिस कमिश्नर IPS नीरज कुमार की किताब खाकी फाइल्स से प्रेरित है. सीजन 1 निर्भया मामले पर आधारित है, और सीजन 2 किताब के कच्छा बनियान गिरोह के बारे में मून गेजर अध्याय पर आधारित है. नीरज कुमार को 1992 में सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और 1999 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था है.

इनके अलावा और भी वेब सीरीज और बॉलीवुड फिल्मों में दिल्ली पुलिस के कई पुलिस ऑफिसर्स को दर्शाया गया है. हालांकि, इन फिल्मों मोर वेब सीरीज में यह नहीं बताया गया है कि वह किस दिल्ली पुलिस ऑफिसर के ऊपर बनाई गई हैं और इन बाकी वेब सीरीज और फिल्मों में ऑफिसर्स की जानकारी गोपनीय रखी गई है. इसमें इंडियन पुलिस फोर्स नाम की एक अमेजॉन पर वेब सीरीज और अन्य कई और फिल्में भी हैं.
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