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फर्रुखाबाद. उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में एक फ्रॉड शिक्षिका द्वारा फर्जी कागजात लगाकर सरकारी नौकरी हथियाने का केस पकड़ में आया है. उसने दूसरे की मार्कशीट लगाकर नौकरी हासिल कर रखी थी. इसका खुलासा मानव संपदा पर आईडी बनाने के दौरान हुआ तो हर कोई दंग रह गया. इसके बाद अधिकारियों ने आनन-फानन में मामले की जांच कराई तो उसकी नियुक्ति फर्जी निकली.
बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद ने लोकल 18 को बताया कि जब 12460 शिक्षकों की भर्ती हुई तो नेहा यादव नाम की फर्जी शिक्षिका ने फर्जी कागजात लगाकर नौकरी पा ली. जांच में पाया गया कि वह दूसरे की मार्कशीट पर फर्जी तरीके से नौकरी कर रही है. कमेटी की जांच में वह दोषी पाई गई है. उसने जो मार्कशीट लगाई थी वो मैनपुरी में नौकरी कर रही एक दूसरी शिक्षिका थी. आरोप है कि नेहा ने उस शिक्षिका की मार्कशीट फर्जी तरीके हासिल की और यहां नौकरी करने लगी.
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि शिक्षिका नेहा यादव की सेवाएं समाप्त कर उसे बर्खास्त कर दिया गया है. इसके अलावा खंड शिक्षाधिकारी मोहम्मदाबाद को उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए गए हैं. फर्जी शिक्षिका नेहा यादव ब्लाक मोहम्मदाबाद के पुनपालपुर प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापिका के पद पर तैनात थी.
ऐसे हुआ असली-नकली का पता
असली नेहा यादव जनपद मैनपुरी के प्राथमिक विद्यालय कुचेला में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात हैं. उनकी नियुक्ति 12460 शिक्षक भर्ती में हुई थी. फर्जीवाड़ा करने वाली शिक्षिका ने फर्जी तरीके उनकी मार्कशीट हासिल कर खुद को नेहा यादव घोषित कर ब्लाक मोहम्मदाबाद के पुनपालपुर प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापिका के पद पर नौकरी करने लगी. इसका खुलासा तब हुआ जब मानव संपदा पर आईडी जनरेट की गई.
FIRST PUBLISHED : December 25, 2024, 19:14 IST
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