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सौरभ वर्मा/ रायबरेली: धान की फसल रोपाई की शुरुआत हो चुकी है. धान की फसल रोपाई के बाद अच्छी पैदावार के लिए फसल की अच्छे से देखभाल करना जरूरी हो जाता है. किसान फसलों को कीट एवं रोग से बचाव के लिए विभिन्न प्रकार के उर्वरक एवं कीटनाशकों का प्रयोग करते हैं. जिससे उनकी फसल को किसी भी प्रकार के कीट एवं रोग के लगने का खतरा न रहे. परंतु जिन कीटनाशकों का हम अपनी फसल पर छिड़काव करके अपनी फसल को कीट एवं रोग से बचाते हैं, इनका छिड़काव करते समय हमें कई सावधानियां बरतनी चाहिए. क्योंकि यदि हम इस दौरान लापरवाही करते हैं, तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो सकता है. इस दौरान की गई लापरवाही हमारे जान जोखिम में डाल सकती है. इसीलिए हमें बेहद सुरक्षित तरीके से ही फसलों या पौधों पर कीटनाशक का छिड़काव करना चाहिए.
इन बातों का रखें खास ख्याल
लोकल 18 से बात करते हुए रायबरेली के सहायक विकास अधिकारी कृषि दिलीप कुमार सोनी (बीएससी एग्रीकल्चर इलाहाबाद विश्वविद्यालय) बताते हैं कि खेतों में कीटनाशक का छिड़काव करते समय किसान सबसे पहले स्प्रे पंप की गुणवत्ता जांच लें. उसके बाद ही छिड़काव शुरू करें.
बरते ये सावधानियां
किसान खेत में कीटनाशक का छिड़काव करते समय ये जरूरी बातों का ध्यान रखें जिससे उन्हें किसी भी प्रकार का नुकसान ना होने पाए .
सही समय का चयन: सुबह या शाम के समय छिड़काव करें, जब हवा का वेग कम हो और तापमान अधिक न हो.
सही उपकरण का उपयोग: सही प्रकार के छिड़काव उपकरण का उपयोग करें.उसे नियमित रूप से साफ करें.
सुरक्षात्मक उपकरण पहनें: छिड़काव करते समय मास्क, दस्ताने, गॉगल्स और सुरक्षात्मक कपड़े पहनें.
निर्देशों का पालन करें: कीटनाशक की बोतल पर दिए गए. निर्देशों को ध्यान से पढ़ें और उनकी मात्रा का सही उपयोग करें.
हवा की दिशा का ध्यान रखें: हमेशा हवा की दिशा के विपरीत दिशा में छिड़काव करें. ताकि कीटनाशक आपके ऊपर न आए.
बच्चों और जानवरों को दूर रखें: छिड़काव करते समय बच्चों और जानवरों को खेत से दूर रखें.
जल स्रोतों से दूर छिड़काव करें: पानी के स्रोतों जैसे कुएं, नदियाँ, तालाब आदि के पास कीटनाशक का छिड़काव न करें.
छिड़काव के बाद सफाई: छिड़काव के बाद अच्छे से नहाएं और कपड़े बदलें. उपकरणों को भी अच्छे से धोएं.
भंडारण और निपटान: कीटनाशक के बचे हुए भाग को सही तरीके से भंडारित करें. खाली बोतलों का सही तरीके से निपटान करें.
लकड़ी से बनाए घोल: कीटनाशक को पानी में घोलने के लिए लकड़ी का प्रयोग करें जिससे कि आपके शरीर से वह स्पर्श न करें.
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