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Border Gavaskar Trophy भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मिली हार से निराश हैं और मानते हैं कि उन्हें शायद गलती सुधारने का मौका ना मिले. उन्होंने पहले टेस्ट में शतक लगाया था लेकिन बाकी …और पढ़ें

विराट कोहली को ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी हारने का रहेगा अफसोस
हाइलाइट्स
- विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया दौरे की हार से निराश हैं.
- कोहली ने पहले टेस्ट में शतक लगाया था.
- कोहली को शायद फिर से ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट खेलने का मौका ना मिले.
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मिली हार रह रह कर परेशान करती है. इस धुरंधर ने यह भी साफ कर दिया कि उनको शायद गलती सुधारने का मौका ना मिले. किंग कोहली ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में शानदार शतक के साथ शुरुआत की थी लेकिन इसके बाद के मुकाबलों में रन बनाने को तरसते रहे. भारतीय टीम को सीरीज में हार के साथ ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में खेलने का मौका गंवाना पड़ा.
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत के बाद कोहली ने पिछले साल नवंबर में ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट दौरे को याद किया जो निराशाजनक तौर पर खत्म हुआ. पर्थ में पांच मैचों की सीरीज का पहला मैच जीतने के बाद भारत ने बाकी चार में से तीन मैच हार गए. कोहली ने भी पहले टेस्ट में शानदार शतक लगाया था लेकिन दौरे को 9 पारियों में 190 रन और 23.75 की औसत के साथ समाप्त किया.
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36 साल के कोहली को पता है कि उन्हें शायद फिर से ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेलने का मौका नहीं मिलेगा. उन्होंने आरसीबी इनोवेशन लैब में कहा, “अगर आप मुझसे यह पूछेंगे कि मुझे कितनी ज्यादा निराशा होती है, किसी हार के बाद तो उसमें ऑस्ट्रेलिया का हालिया दौरा सबसे ताजा होगा. यह मुझे हद से ज्यादा निराश करने वाला होगा क्योंकि अब शायद मुझे दोबारा ऑस्ट्रेलिया में जाकर फिर से चार साल के बाद टेस्ट खेलने का मौका ना मिले.”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने जो गलतियां ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर इस बार की है उसको ठीक करने का मौका नहीं मिल पाए. ऐसे में जो कुछ भी आपके साथ जीवन में हो गया उसके बारे में शांति से सोचना होता है और उसी के साथ रहना पड़ेगा. अगर आप देखें तो 2014 के इंग्लैंड दौरे के बाद मेरे पास 2018 में वापस से जाकर गलतियों को सुधारने का मौका था. मैंने किया जो भी कर सकता था. लेकिन इस बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जो हुआ इसे उस तरह से सुधार नहीं पाउंगा.”
“एक बार जब बाहर से निराशाजनक चीजों को सोचने लगते हैं तो फिर यही आपको ऊपर बोझ बन जाता है. इसी तरह का कुछ मैंने ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर भी इस बार महसूस किया. ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि दौरे की शुरुआत पहले टेस्ट मैच में अच्छा स्कोर किया था. मैंने सोचा चलो ये तो काफी अच्छा हुआ है अब ये सीरीज मेरे लिए काफी बड़ी होने वाली है लेकिन ऐसा हुआ नहीं. आप ऐसी चीजों के साथ कैसे मिलान करेंगे, इन चीजों को बस स्वीकार करना होता है. मैं झूठ नहीं बोलने वाला, ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर मेरे साथ ऐसा ही कुछ हुआ. मैंने जो हुआ उसे खुशी से मान लिया.”
New Delhi,Delhi
March 16, 2025, 11:17 IST
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