Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

आगरा: अगर आप रास्ते में किसी घायल पक्षी या छोटे जानवर को देख लें, तो अब आपको उसे छोड़कर आगे बढ़ने की ज़रूरत नहीं है. आगरा के कोठी मीना बाज़ार में बना पक्षी सेवा केंद्र ऐसे घायल पक्षियों और जानवरों का नया ठिकाना बन गया है. यहां उनका इलाज, देखभाल और संजीवनी जैसे माहौल में सेवा की जाती है.

यह केंद्र आगरा विकास मंच और जर्मनी की जानी- मानी शू एक्सपोर्ट कंपनी वॉन व्लेक्स के संयुक्त प्रयास से बनाया गया है. उत्तर भारत में यह अपनी तरह का पहला 6 मंजिला सेवा केंद्र है, जो पूरी तरह पक्षियों और छोटे जानवरों के लिए समर्पित है.

एक साथ 3000 पक्षियों की देखभाल की सुविधा
यह केंद्र 70 फीट ऊंचा और साढ़े छह मंजिला है, जिसमें एक साथ 3000 पक्षियों के रहने और इलाज की सुविधा है. फिलहाल यहां 500 घायल पक्षियों का इलाज हो रहा है, जिनमें ज्यादातर कबूतर हैं. इसके अलावा 30 से ज्यादा बीमार खरगोशों की भी देखभाल की जा रही है.

हर मंजिल पर है अलग व्यवस्था
सेवा केंद्र की बनावट बेहद खास है.
प्रथम तल पर खास दाना डाला जाता है, जिससे पक्षियों की चोंच को नुकसान न पहुंचे.
दूसरा तल पक्षियों के आराम के लिए बनाया गया है.
ऊपरी मंजिलों पर उनका सुरक्षित आवास है.
सबसे ऊपर नाचते मोर की एक खूबसूरत मूर्ति लगाई गई है, जो बड़े और छोटे पक्षियों के बीच अंतर बनाए रखने में सहायक है.

आंधी-तूफान में अब नहीं खोएंगे मासूम परिंदे
बरसात और आंधी-तूफान के मौसम में अक्सर पक्षी घायल हो जाते हैं. कई बार उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पाता, जिससे उनकी मौत हो जाती है. यह केंद्र अब ऐसे मामलों में जीवनदाता साबित हो रहा है. यहां आधुनिक चिकित्सा, शुद्ध भोजन और सुरक्षित वातावरण के साथ उनका इलाज किया जाता है.

अब बन रही देशभर में मिसाल
इस सेवा केंद्र की खास बात यह भी है कि इसे पूरी तरह जनभागीदारी और निजी सहयोग से शुरू किया गया है. लोकल18 आपसे भी अपील करता है कि यदि आपको कोई घायल पक्षी या जानवर मिले तो उसे यहां लाकर एक नई ज़िंदगी देने में सहयोग करें.

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment