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Kanpur News: खतरनाक जानवरों और कीट पतंगों से तो सभी को डर लगता है लेकिन, मधुमक्खी का हमला बहुत खतरनाक होता है. वो जिसके पीछे पड़ती हैं उसकी जान तक ले लेती हैं.

निकले थे मॉर्निंग वॉक पर, मधुमक्खियां ने दी दर्दनाक मौत, आपका भी हो जाए सामना तो ऐसे बचाएं जान

रवि

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक बेहद हैरान करने वाली दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां सुबह की सैर पर निकले एक व्यवसायी की मधुमक्खियों के हमले से मौत हो गई. यह घटना शहर के एक प्रमुख पार्क में हुई, जहां 45 वर्षीय रवि शंकर अग्रवाल रोजाना की तरह मॉर्निंग वॉक के लिए गए थे.

ऐसे हुआ हादसा
सुबह करीब 6 बजे रवि शंकर अग्रवाल पार्क में टहल रहे थे. तभी अचानक, पास के एक पेड़ पर लगे मधुमक्खियों के छत्ते में हलचल मच गई और सैकड़ों मधुमक्खियां उड़कर उन पर टूट पड़ीं. देखते ही देखते उनका पूरा शरीर मधुमक्खियों से ढक गया.रवि शंकर ने खुद को बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन मधुमक्खियों ने उन्हें बुरी तरह काट लिया. वे दर्द से तड़पने लगे और जमीन पर गिर पड़े.आसपास के लोग उनकी मदद के लिए दौड़े, लेकिन मधुमक्खियों के डर से कोई भी उनके पास जाने की हिम्मत नहीं कर सका.

अस्पताल ले जाने पर हुई मौत
थोड़ी देर बाद कुछ लोगों ने कपड़े और पत्तों की मदद से मधुमक्खियों को भगाने की कोशिश की. जब मधुमक्खियां हटीं, तो तुरंत उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया.डॉक्टरों ने बताया कि शरीर में जहर तेजी से फैल चुका था, जिससे उनकी मौत हो गई. परिवार पर दुखों का पहाड़ रवि शंकर अग्रवाल का परिवार इस घटना से गहरे सदमे में है. वे शहर में एक जाने-माने व्यवसायी थे और उनका घर-परिवार अच्छे से चल रहा था. उनकी अचानक मौत से पूरे इलाके में शोक की लहर है.

इसलिए होती है ऐसी घटनाएं
विशेषज्ञों का कहना है कि मधुमक्खियां आमतौर पर तभी हमला करती हैं जब उन्हें खतरा महसूस होता है. तेज आवाज, अचानक हलचल, या छत्ते के पास कोई गतिविधि होने पर वे आक्रामक हो जाती हैं. बचाव के उपाय अगर मधुमक्खियां अचानक हमला करें, तो शांत रहें और तेजी से वहां से दूर हटें. चेहरे और शरीर को किसी कपड़े या हाथों से ढक लें. मधुमक्खियों को मारने की कोशिश न करें, इससे वे और गुस्से में आ सकती हैं. अगर किसी को मधुमक्खियों ने काट लिया हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

प्रशासन से मदद की मांग
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे पार्कों और सार्वजनिक स्थानों पर मधुमक्खियों के छत्ते को हटाने की व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो. रवि शंकर अग्रवाल की मौत से पूरे शहर में गम का माहौल है. लोग इस घटना से सदमे में हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि आगे से प्रशासन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगा.

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रोज की तरह निकले थे मॉर्निंग वॉक पर, मधुमक्खियां ने ले ली जान, ऐसे करें बचाव

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