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आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर शंभू शरण के अनुसार मिश्री और लौंग चूसने से कफ, सांस फूलना और नींद न आने की समस्याओं में राहत मिलती है. आयुर्वेदिक नुस्खे आज भी प्रभावी हैं.

Darbhanga
हाइलाइट्स
- मिश्री और लौंग चूसने से कफ में राहत मिलती है.
- सांस फूलने और नींद न आने की समस्या में भी लाभकारी.
- आयुर्वेदिक नुस्खे आज भी प्रभावी और उपयोगी हैं.
दरभंगा. जिस समय दवाइयों का लोग नाम तक नहीं जानते थे उस समय हमारे पूर्वजों के द्वारा घरेलू नुस्खे से गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज किया जाता था. आज महंगे अस्पताल और दवाइयों के पीछे लोग लूट जाते हैं, ऐसे में आयुर्वेद एक ऐसी पद्धति है जिसके जरिए आप अपने घर के किचन में रखी सामग्रियों से भी कई बीमारियों का इलाज कर सकते हैं. जैसे कफ की समस्या हो या फिर दम फूलने की समस्या.
आयुर्वेदाचार्य का कहना है कि इसमें मिश्री और लौंग चूसने से आपको पल भर में राहत मिल जाएगी. इस पर विस्तृत जानकारी देते हुए दरभंगा आयुर्वेदिक कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर शंभू शरण बताते हैं कि यदि घर में किसी व्यक्ति को रात के समय में बार-बार खांसी आ रही है और कफ बाहर नहीं निकल रहा है ऐसी समस्या में व्यक्ति बहुत ज्यादा परेशान हो जाते हैं.
इस समस्याओं में मिलेगी तुरंत आराम
आयुर्वेद में बताया गया है कि यदि आप मिश्री और लौंग को अपने मुंह में रखकर उसका रस को चूसते हैं तो आपको इसमें राहत मिलेगी और जो कफ की समस्या है वह भी बाहर निकल जाएगा. इसके अलावा यदि आपको सांस फूलने की भी समस्या है तो उसमें भी आप लौंग और मिश्री मुंह में रखकर चूसते सकते हैं, जितने रस आपके अंदर जाएंगा आपकी समस्या उतनी जल्दी दूर हो जाएगी. अगर हांफने की समस्या है तो उसमें आप देखेंगे की बहुत जल्द आपको राहत महसूस होगी. इस लॉन्ग मिश्री की एक और खासियत है कि यदि आपको रात में नींद नहीं आती है तो वो समस्या भी पल भर में दूर करता है.
आयुर्वेद का यह उपाय जो घरेलू नुस्खे पर आधारित है यह आम जनजीवन में बहुत ही उपयोगी साबित हो रहा है. पहले के समय में लोग आयुर्वेद के माध्यम से ही अपना पूरा इलाज करते थे जिसे दादी नानी के नुस्खे भी आप कह सकते हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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