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पूजा जाटव का जन्म मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ. उसके पिता भारतीय रेलवे में लोको पायलट थे. पूजा की परवरिश एक साधारण परिवार में हुई. वह खूबसूरत थी, चुलबुली थी और उसे हमेशा सबसे अलग दिखने की चाह थी. साल 2014 में उसके पिता ने उसकी शादी रमेश नाम के एक शख्स से कर दी. रमेश ओरछा का रहने वाला था और रेलवे में ही नौकरी करता था. यही कारण था कि बेटी की उज्जवल जिंदगी का सोचकर पूजा के पिता ने पूजा की शादी रमेश से कराई.
शादी के शुरुआती दिन तो ठीक रहे लेकिन जल्द ही पूजा और रमेश के बीच छोटी-छोटी बातों पर झगड़े होने लगे. ये झगड़े इतने बढ़ गए कि एक दिन पूजा ने कुछ ऐसा कर दिया जिसने सबको चौंका दिया. उसने भाड़े के गुंडों को बुलाकर अपने ही पति रमेश पर गोली चलवा दी. गनीमत रही कि रमेश उस हमले में बच ग. रमेश ने पुलिस में शिकायत दर्ज की और पूजा के खिलाफ एफआईआर हो गई.
कोर्ट में मिल गया नया प्यार
रमेश पर हमले के बाद पूजा के खिलाफ मुकदमा चलने लगा. उसे बार-बार ग्वालियर की अदालत में पेशी के लिए जाना पड़ता था. इन्हीं पेशियों के दौरान उसकी मुलाकात झांसी के कुम्हरिया गांव के रहने वाले कल्याण उर्फ लाखन से हुई. लाखन कोई साधारण इंसान नहीं था. उसकी अपनी एक क्राइम कुंडली थी, जिसमें आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे. लेकिन कहते हैं न, प्यार अंधा होता है. पूजा और लाखन की आंखें मिलीं और दोनों के बीच प्यार की शुरुआत हो गई.
कुछ ही समय में पूजा ने ग्वालियर छोड़ दिया और झांसी चली आई. उसने एक किराए का कमरा लिया और लाखन के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगी. दोनों साथ में खुश थे लेकिन ये खुशी ज्यादा दिन नहीं टिकी. 25 मई 2019 को एक सड़क हादसे में लाखन की मौत हो गई. इस हादसे ने पूजा को अंदर तक हिला दिया. वह वापस ग्वालियर लौट आई और अपनी बहन कमला उर्फ कामिनी के साथ रहने लगी. लेकिन पूजा की जिंदगी में ठहराव नहीं था. कुछ समय बाद वह फिर से झांसी पहुंची इस बार वह सीधे लाखन के घर गई.
लाखन के बड़े भाई से संबंध
लाखन की मां सुशीला के सामने उसने रो-रोकर अपनी व्यथा सुनाई. उसने कहा कि वह अब अकेली है और उसे सहारे की जरूरत है. लाखन के परिवार को पहले से पता था कि पूजा का लाखन के साथ रिश्ता था इसलिए उन्होंने उसे अपने घर में जगह दे दी. सुशीला ने उसे अपनी बेटी की तरह अपनाया लेकिन उन्हें क्या पता था कि पूजा के मन में कुछ और ही चल रहा था. लाखन के घर में रहते हुए पूजा की खूबसूरती ने लाखन के बड़े भाई संतोष को अपनी ओर खींच लिया. दोनों के बीच एक नाजायज रिश्ता शुरू हो गया. इस रिश्ते से पूजा ने एक बेटी को जन्म दिया. जब संतोष की पत्नी रागिनी को इस बात का पता चला तो घर में हंगामा मच गया. रागिनी ने इसका विरोध किया लेकिन धीरे-धीरे वह चुप हो गई और पूजा की बेटी को भी अपनाने लगी.
इस रिश्ते ने संतोष को बदल दिया. वह अपनी पत्नी रागिनी की ओर ध्यान देना कम कर देता और पूजा पर ज्यादा समय बिताने लगा. रागिनी को यह बात बर्दाश्त नहीं हुई और एक दिन गुस्से में वह अपने मायके चली गई. कुछ समय बाद पूजा अपनी बेटी को लेकर वापस ग्वालियर चली गई. वहां से उसने संतोष से संपर्क किया और कहा कि लाखन के हिस्से की 8 बीघा जमीन उसे दे दी जाए ताकि वह उसे बेचकर अपनी और अपनी बेटी की जिंदगी संवार सके. संतोष और उसके पिता अजय इस बात के लिए राजी हो गए लेकिन लाखन की मां सुशीला ने इसका सख्त विरोध किया. सुशीला नहीं चाहती थी कि परिवार की जमीन का बंटवारा हो.
सास की करवाई हत्या
पूजा ने अपनी सास सुशीला को रास्ते से हटाने के लिए एक खतरनाक योजना बनाई. उसने अपनी बहन कमला और उसके प्रेमी को इस साजिश में शामिल किया. उसने उन्हें लालच दिया कि अगर वे सुशीला की हत्या कर देंगे तो जमीन बिकने के बाद वह उन्हें आधी रकम दे देगी. 24 जून को पूजा ने संतोष और अजय को बहाने से ग्वालियर बुला लिया. उसी दिन उसकी बहन कमला और उसके प्रेमी झांसी गए और सुशीला की बेरहमी से हत्या कर दी. हत्या के बाद पूजा ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की. उसने कहा कि सुशीला की हत्या उसके ससुर अजय ने की है क्योंकि उनकी आपस में नहीं बनती थी.
पुलिस ने अजय को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की. पूजा ने अजय से कहा कि वह हत्या की बात कबूल कर ले, वह बाद में अच्छा वकील करके उसे छुड़ा लेगी. लेकिन अजय ने उसकी बात नहीं मानी. पुलिस ने जब पूजा से सख्ती से पूछताछ की, तो आखिरकार उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. पूजा के साथ-साथ उसकी बहन कमला और उसके प्रेमी को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
सोशल मीडिया की रील्स बनाती थी पूजा
बता दें, पूजा जाटव सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव थी. हजारों लोग उसे फॉलो करते थे और उसे ‘डिजिटल क्वीन’ कहते थे लेकिन हैरानी की बात यह है कि जिस दिन उसने अपनी सास की हत्या की साजिश रची, उसी दिन उसने इत्मीनान से एक रील बनाई. जिसमें उसने पानी में हल्दी डालने वाला ट्रेंडिंग वीडियो शेयर किया. उसके चेहरे पर ऐसा सुकून था कि कोई नहीं कह सकता था कि वह इतनी बड़ी साजिश का हिस्सा थी.
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