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Chitrakoot News: चित्रकूट अब धार्मिक आस्था के साथ पर्यटन और निवेश का केंद्र बन रहा है. रानीपुर टाइगर रिजर्व और स्काई वॉक ब्रिज जैसी परियोजनाओं से पर्यटकों की संख्या बढ़ी है. सरकार निवेशकों को सब्सिडी देगी.

चित्रकूट में आयोजित निवेशक बैठक
हाइलाइट्स
- चित्रकूट में रिसोर्ट और बड़े होटल बनेंगे तैयार
- रानीपुर टाइगर रिजर्व में रिसोर्ट बनाने की योजना
- स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार और निवेशकों को सब्सिडी
चित्रकूट: उत्तर प्रदेश का चित्रकूट, जो पहले केवल धार्मिक आस्था का केंद्र माना जाता था, अब तेजी से विकास की दिशा में बढ़ रहा है. रानीपुर टाइगर रिजर्व और स्काई वॉक ब्रिज जैसी परियोजनाओं के कारण यह नगर अब पर्यटन और निवेश के क्षेत्र में भी उभर रहा है. इन नए विकास कार्यों के चलते यहां पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाया है.
चित्रकूट बनेगा पर्यटन का हब
चित्रकूट को पर्यटन का हब बनाने के लिए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने एक दिवसीय निवेशक बैठक का आयोजन किया. यह बैठक राही पर्यटक आवास में संपन्न हुई, जिसमें जिले के होटल, रिसोर्ट और अन्य पर्यटन आधारित उद्योगों में रुचि रखने वाले निवेशक और उद्यमी शामिल हुए. बैठक में निवेशकों को उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति के तहत मिलने वाली सुविधाओं, अनुदान और लोन की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई. अधिकारियों ने बताया कि चित्रकूट में पर्यटन से जुड़े व्यवसायों में निवेश करने वाले उद्यमियों को सरकार की ओर से सब्सिडी और जरूरी संसाधनों में सहयोग मिलेगा.
रानीपुर टाइगर रिजर्व में रिसोर्ट बनाने की योजना
बैठक में शामिल उद्योगपति संजय अग्रवाल ने बताया कि वे रानीपुर टाइगर रिजर्व के पास रिसोर्ट बनाने की योजना पर काम शुरू कर चुके हैं. उनका मानना है कि टाइगर रिजर्व और स्काई वॉक ब्रिज जैसे आकर्षणों के चलते यहां देश-विदेश से पर्यटक आएंगे और उन्हें ठहरने के लिए बेहतर सुविधाएं चाहिए होंगी. इससे न केवल स्थानीय व्यापार को बल मिलेगा, बल्कि क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के मौके भी मिलेंगे.
सरकार करेगी सहयोग
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव ने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि यह बैठक निवेशकों के लिए एक अहम मंच साबित हुई. उन्होंने कहा कि यूपी सरकार पर्यटन नीति के तहत चित्रकूट में निवेश करने वाले सभी उद्यमियों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी. बैंक लोन से लेकर अनुदान योजनाएं तक, सब कुछ पारदर्शी और सहज तरीके से उपलब्ध कराया जाएगा. आने वाले दो सालों में चित्रकूट में आधुनिक रिसोर्ट्स और सुविधाजनक होटल्स देखने को मिलेंगे.
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
पर्यटन व्यवसाय में आने वाले निवेश से न केवल चित्रकूट को नई पहचान मिलेगी, बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे. यहां निर्माण कार्यों से लेकर होटल प्रबंधन, ट्रैवल सर्विस, गाइड, और लोकल आर्ट-क्राफ्ट तक कई क्षेत्रों में युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं खुलेंगी.
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