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पहलगाम में आतंकी हमले के बाद दुनियाभर के लोग पाकिस्तान से खफा हैं, लेकिन चीन का रुख संवेदनहीनता की मिसाल बन गई है. मुकेश खन्ना ने चीन के रुख को ‘मजाक’ बताते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की.

मुकेश खन्ना का बेबाक बयान (फोटो साभार: IANS)
हाइलाइट्स
- मुकेश खन्ना ने चीन के रुख को ‘मजाक’ बताया.
- चीन ने पाकिस्तान को समर्थन देने की बात कही.
- मुकेश खन्ना ने पीएम मोदी से कड़ा एक्शन लेने की अपील की.
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद चीन के बर्ताव से दुनियाभर के लोग नाराज हैं. दिग्गज एक्टर मुकेश खन्ना ने अब चीन को लताड़ते हुए उसे खरी-खोटी सुनाई जो पाकिस्तान को ‘शांति और स्थिरता’ के नाम पर गलत सपोर्ट कर रहा है. उन्होंने कहा कि इससे बड़ा मजाक कुछ नहीं हो सकता.
इंस्टाग्राम पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए मुकेश खन्ना ने कैप्शन में लिखा, ‘क्या मजाक है? दक्षिण एशिया में अशांति फैलाने वाला चीन कहता है कि वह पाकिस्तान का समर्थन करेगा. दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए चीन हमेशा पाकिस्तान का समर्थन करेगा, इससे बड़ा मजाक और क्या हो सकता है?’
पाकिस्तान की नापाक हरकत से गुस्से में भारत
27 अप्रैल को चीन ने पाकिस्तान को अपना सपोर्ट दिया था और देश की संप्रभुता और सुरक्षा चिंताओं की रक्षा करने की अपना कमिटमेंट जताया था. विदेश मंत्री वांग यी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद नई दिल्ली और इस्लामाबाद दोनों से संयम बरतने की अपील की. पहलगाम के पास बैसरन घाटी में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच वांग का बयान आया है. दुनियाभर के लोगों ने घटना की कड़ी निंदा की. पाकिस्तान के खिलाफ भारत का रुख काफी सख्त है.
प्रधानमंत्री मोदी से की कड़ा एक्शन लेने की अपील
मुकेश खन्ना देश के किसी भी मुद्दे को लेकर मुखर रहते हैं. पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग करते नजर आए, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को होने से रोका जाए. वीडियो में अभिनेता कहते नजर आए, ‘मैंने कुछ दिनों पहले एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें मैंने कहा था कि आतंकवादियों की कोई जाति या धर्म नहीं होता. वे सिर्फ पैसों के लिए काम करते हैं. लेकिन मैं अब अपने उस बयान को वापस लेता हूं. मुझे एहसास हो गया है कि ऐसा नहीं होता है. पहलगाम आतंकी हमले में हुए वारदात के बाद मैं अपने बयान को वापस लेता हूं. पीड़ितों के परिवार वालों ने बताया कि घटना को कैसे अंजाम दिया गया. वहां पर लोगों को मारने से पहले पूछा गया कि उनका धर्म क्या है?’
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