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Delhi Crime News: इन दिनों धोखा-धड़ी के खूब मामले सामने आ रहे हैं ऐसा ही एक मामला सामने आया दिल्ली के जनकपुरी इलाके से. जहां एक IT ऑफिसर ने फिल्मी स्टाइल में फेक छापा मारने की कोशिश की. चलिए जानते हैं पूरा मामल…और पढ़ें

सरकारी अफसर बनकर करोड़ों की वसूली की कोशिश (image credit- canva)
हाइलाइट्स
- दो साल की फरारी के बाद पकड़ा गया आयकर विभाग का कर्मचारी
- सरकारी अफसर बनकर करोड़ों की वसूली की कोशिश
- फर्जी अफसर बन व्यापारी को धमकाया, चढ़ा पुलिस के हत्थे
नई दिल्ली: अक्सर फिल्मों में हम देखते हैं कि कैसे कोई शख्स अपनी नौकरी का फायदा उठाकर बड़े-बड़े घोटाले करता है, लेकिन जब ऐसी कहानी हकीकत में सामने आती है तो हैरानी होती है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है दिल्ली के जनकपुरी से, जहां एक 36 साल का आयकर विभाग का कर्मचारी, दीपक कश्यप, जो खुद को सरकारी अधिकारी बताकर फर्जी छापा मारने की फिल्मी स्टाइल की साजिश रच रहा था, दो साल की फरारी के बाद आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
बता दें, दीपक कश्यप आयकर विभाग में पर्सनल सेक्रेटरी की पद पर था, उन्होंने अपनी पोजीशन का गलत इस्तेमाल करते हुए एक 63 वर्षीय व्यापारी के खिलाफ नकली छापा डालने की मास्टर प्लान बनाया. यह व्यापारी लिफ्ट और एस्केलेटर की कंपनी चलाता है. इस पूरे मामले की शुरुआत अगस्त 2023 में हुई जब दीपक अपने साथ दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल समेत 6 लोगों को साथ मिलाकर नकली अधिकारियों की भूमिका निभाने के लिए लगाया.
फिल्मी स्टाइल में करता था कांड साजिश
बताया गया है कि ये ग्रुप ने एक कार में सवार होकर व्यापारी के घर पहुंचकर व्यापारी के परिवार को धमकाया और 10-12 करोड़ रुपये की वसूली की मांग की. इतना ही नहीं फर्जी जमीन घोटाले का इल्जाम लगाकर गिरफ्तारी की धमकी दी. लेकिन जैसे ही उन्हें पता चला कि घर में ज्यादा नकदी नहीं है, यह साजिश नाकाम हो गई. जिसके बाद व्यापारी के परिवार ने पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद दीपक कश्यप फरार हो गया और बाद में जमानत पर बाहर आया, लेकिन बाद में उसकी जमानत रद्द कर दी गई.
महीनों से फरार था दीपक
पुलिस ने बताया कि दीपक कई महीनों से फरार था. जांच के बाद शनिवार को सूचना मिली कि दीपक दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके में छुपा हुआ है. पुलिस की टीम को तत्काल रवाना किया गया और उसे दबोच लिया गया. डीसीपी ने बताया, ‘हम दीपक का पीछा कर रहे थे और उसे ट्रैक कर रहे थे. आखिर में, एक खाने-पीने की दुकान में उसने खाना खरीदते हुए पेमेंट किया, जिससे उसकी लोकेशन का पता चल गया.’ वहीं अब दीपक कश्यप पुलिस की हिरासत में है.
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