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psl में डीआरएस का इस्तेमाल नहीं होगा क्योंकि इस तकनीक का इस्तेमाल करने वाली कंपनी ही पाकिस्तान नहीं लौटी है. भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बाद हॉक-आई क्रू वहां वापस नही लौटा जिसकी वजह से ये तकनीक ही प्लेऑफ और फाइनल …और पढ़ें

PSL में नहीं हो रहा DRS का इस्तेमाल, पाकिस्तान की वर्ल्ड क्रिकेट में जमकर बेइज्जती
हाइलाइट्स
- PSL में DRS और हॉक-आई तकनीक का अभाव.
- भारत-पाक संघर्ष के बाद तकनीशियन नहीं लौटे.
- विदेशी खिलाड़ियों की अनुपस्थिति से PSL प्रभावित.
नई दिल्ली. सौ सुनार की और एक लोहार वाली कहावत पाकिस्तान पर पर अकदम फिट बैठती है. छोटे छोटे कांड करके भारत को उकसाने वाले पाकिस्तान को पहले युद्ध में भारत ने चारों खाने चित्त किया फिर उसके बाद अगली अदृश्य मिसाइल गिराई पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर जिसकी वजह से उनकी PSL को करारा झटका लगा है. यानि भारत ने ऐसी जगह मिसाइल गिराई जिसनें पाकिस्तान क्रिकेट को पूरी तरह से एक्सपोज कर दिया.
ब्रेक के बाद जब पीएसएल की शुरुआत हुई तो पाकिस्तान बोर्ड के पास वो कैमरे और वो तक्नीक नहीं थी जिसके दमपर वो आज के दौर की सबसे अहम चीज का इस्तेमाल कर सके. यानि PSL टूर्नामेंट क्रिकेट की दुनिया के सामने पूरी तरह एक्सपोज हो गया. ये चीज है DRS जो बिना भारत के पाकिस्तान इस्तेमाल नहीं कर सकता और भारत पाकिस्तान के तरफ देखने के मूड में नही हैं.
बिन DRS सब सून !
20 दिन के ब्रेक के बाद जब पीएसएल दोबारा शुरु हई तो ना वहां पर DRS तकनीक थी और ना हॉकआई. 17 मई को PSL की दोबारा शुरुआत हुई और बाकी बचे आठ मैच खेलने थे. मजे की बात देखिए आठ में से छह मैच खेले जा चुके हैं और ये सभी मैच हॉक आई और डीआरएस के बिना हुए . पीएसएल में इन दोनों तकनीक का इस्तेमाल इसलिए नहीं हो रहा है क्योंकि इसके ज्यादातर तकनीशियन भारत से हैं और दोनों देशों के बीच हाल में हुए सैन्य संघर्ष के बाद वे नहीं लौटे हैं और पाकिस्तान की अक्ल अब ठिकाने आ गई है. PSL के प्लेऑफ और फाइनल में भी DRS का इस्तेमाल नहीं होगा. इस खबर के बाद से पाकिस्तान के फैंस इस लीग को ट्रोल कर रहे हैं. डीआरएस के ना होने से बेईमानी के चांस भी काफी बढ़ गए है.
विदेशी खिलाड़ी भी दिखा रहे हैं ठेंगा
मैच फीस , खिलाड़ियों के ऱहने और मैदान पर उपलब्ध सुविधाओं को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की पहले भी बहुत फजीहत हो चुकी है और अब रही सहीं कसर भारत के टेक्नीशियन के ना जाने से पूरी हो गई है. फ्रेंचाइजियों को विदेशी खिलाड़ियों की जगह अन्य खिलाड़ियों को शामिल करने में भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें से कुछ ने आईपीएल के लिए टीम छोड़ने का विकल्प चुना है, जिनमें मिशेल ओवेन्स और कुसल मेंडिस भी शामिल हैं.इस्लामाबाद यूनाइटेड की टीम को गुरुवार को बड़ा झटका लगा, क्योंकि उसके सलामी बल्लेबाज इंग्लैंड के एलेक्स हेल्स भी स्वदेश लौट गए. इस्लामाबाद को शुक्रवार को एलिमिनेटर-2 खेलना है. एक तो करेला उस पर नीम चढ़ा वाली बात पाकिस्तान पर फिट बैठ रही है पहले भारतीय क्रू का ना जाना और फिर विदेशी खिलाड़ियों का वहां ना पहुंचना उनके टूर्नामेंट को गली क्रिकेट वाली प्रतियोगिता बना रहा है.
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