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Pilibhit News : तमाम भाग-दौड़ के बाद भी आदमखोर की लोकेशन पता नहीं चल पाई है. अब तक पांच लोगों को निवाला बना चुकी है. ग्रामीण डर के मारे घरों में दुबके हैं. उनके चेहरों पर खौफ साफ देखा जा सकता है.
पीलीभीत. वन विभाग की 20 टीमों की नींद उड़ी हुई है. एक बाघिन इन्हें कई दिनों से छका रही है. वन विभाग की ये टीमें दिन-रात इस आदमखोर बाघिन की तलाश में जुटी हैं. तमाम कोशिशों के बाद भी बाघिन की लोकेशन को लेकर कोई सुराग नहीं मिल सका है. स्थानीय अधिकारियों से लेकर पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ ने भी पीलीभीत में अपनी ताकत झोंक दी है. लेकिन बाघिन इनकी पकड़ से दूर है और इलाके में उसकी दहशत बरकरार है.
आसमान खा गया या धरती निगल गई
यूपी के पीलीभीत जिले में इन दिनों एक आदमखोर बाघिन ने तांडव मचा रखा है. विभागीय सूत्रों की मानें तो यह बाघिन शांत स्वभाव से एकाएक उग्र हो गई और अब तक 5 लोगों को अपना निवाला बना चुकी है. शुरुआती दौर में हुई घटनाओं को महज हादसे के रूप में देखा जा रहा था. मगर सिलसिलेवार ढंग से हुई घटनाओं को देखते हुए अब अनौपचारिक रूप से इसे आदमखोर (Man Eater) माना जा रहा है. 17 जुलाई को हुई घटनाओं के बाद से ही इस बाघिन को रेस्क्यू करने को लेकर ऑपरेशन चलाया जा रहा है. मगर शातिर बाघिन 200 लोगों की टीमों से लेकर हाईटेक ड्रोन को भी चकमा दे रही है. आज घटना के 5वें दिन भी बाघिन किसी को भी नजर नहीं आई है. ऐसे में इस बाघिन के उत्तराखंड सीमा की ओर चले जाने के कयास लगाए जा रहे हैं.
कुछ भी हो जाए रेस्क्यू ही करेंगे
इधर, बाघिन ने 7 जुलाई को जब एक महिला को मौत के घाट उतार तब से ही बाघिन को रेस्क्यू न होने की स्थिति में गोली मारने की चर्चाएं तेज हो रही थीं. मगर पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने इन अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि हमला करने वाले बाघिन की पहचान की जा रही है. सटीक लोकेशन ट्रेस करने के बाद रेस्क्यू किया जाएगा.
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