Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

Last Updated:

Get Rid Of Rats: बस्ती में जिला प्रशासन और कृषि विभाग एक खास अभियान चलाकर किसानों को चूहे और छछूंदरों से छुटकारा दिलाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने ये सुझाव भी दिए हैं.

फसलों के दुश्मन चूहे और छछूंदर के खात्मे के लिए करें ये उपाय, मच्छरों को भगाने के लिए लगाएं ये पौधे!

News 18 

हाइलाइट्स

  • चूहे और छछूंदर से बचाव के लिए अभियान चलाया जा रहा है.
  • ज़हर मिलाकर चूहों के बिलों में चारा रखा जाता है.
  • मच्छरों से बचाव के लिए गेंदा, तुलसी, सिट्रोनेला लगाएं.

Get Rid Of Rats And Moles: चूहे और छछूंदर न केवल खेती-बाड़ी को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि जापानी इंसेफेलाइटिस और एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम जैसे खतरनाक और संक्रमण वाले रोगों को बढ़ाने में भी इनका बड़ा हाथ होता है. इनकी बढ़ती संख्या को रोकने और लोगों को जागरूक करने के लिए जिला प्रशासन और कृषि विभाग की ओर से एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जो 30 अप्रैल 2025 तक चलेगा. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य किसानों और आम लोगों को इन रोगों से बचाव के बारे में जानकारी देना और चूहों की संख्या को कम करना है.

जिला कृषि रक्षा अधिकारी रतन शंकर ओझा ने लोकल 18 को बताया कि चूहे और छछूंदर सिर्फ फसलों को नुकसान नहीं पहुंचाते बल्कि ये खतरनाक रोगों को भी तेजी से फैलाते हैं. इन पर नियंत्रण पाने के लिए कुछ तरीकों को अपनाना बहुत जरूरी है.

किया जाता है ये उपाय
सबसे पहले, जिस क्षेत्र में चूहे रहते हैं, उसकी पहचान करनी होती है. इसके बाद खेतों और आसपास के इलाकों में चूहों के बिलों को ध्यान से देखा जाता है और उन पर झंडे लगाए जाते हैं. फिर अगले दिन, बंद हुए बिलों से झंडे हटा दिए जाते हैं और खुले बिलों में बिना ज़हर वाला चारा रखा जाता है. यह चारा सरसों के तेल और भुने हुए चने या गेहूं या चावल को मिलाकर तैयार किया जाता है. यह प्रक्रिया दो दिन दोहराई जाती है ताकि चूहे इस चारे को खाने के आदि हो जाएं.

ऐसे आगे बढ़ता है प्रोसेस
इसके बाद पांचवें दिन ज़हर मिलाया जाता है. ज़हर में ज़िंक फॉस्फाइड नाम की दवा होती है जिसे सरसों के तेल और भुने चनों के साथ मिलाकर बिलों में रखा जाता है. छठे दिन मरे हुए चूहों को इकट्ठा कर जमीन में गाड़ दिया जाता है ताकि किसी तरह की बदबू या बीमारी न फैले.  सातवें दिन फिर से बिलों को बंद कर दिया जाता है. अगर कोई बिल फिर से खुला मिले तो पूरी प्रक्रिया फिर दोहराई जाती है.

बचाव भी जरूरी
रतन शंकर ओझा ने यह भी बताया कि चूहे कई प्रकार के होते हैं, जैसे घरेलू चूहे, खेतों में पाए जाने वाले चूहे और जंगली इलाकों में पाए जाने वाले चूहे. घरेलू और खेतों के चूहे अनाज के भंडारण और फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं. इसलिए अनाज को मजबूत बक्सों या धातु के डिब्बों में रखना चाहिए ताकि चूहे उसे न खा सकें. खेतों की सफाई भी नियमित रूप से करते रहना चाहिए और चूहों के बिलों को मिट्टी से भर देना चाहिए.

इस दवा का इस्तेमाल करें
इसके अलावा, चूहों के प्राकृतिक दुश्मन जैसे बिल्ली, सांप, उल्लू और बाज जैसे पक्षियों को बचाकर रखना चाहिए ताकि वे चूहों को खा सकें और संख्या को कम कर सकें. एक और तरीका है एल्यूमिनियम फॉस्फाइड नाम की दवा का इस्तेमाल करना. यह दवा चूहों के बिलों में डालने से एक गैस निकलती है जिससे चूहे मर जाते हैं.

ये पौधे लगाएं
इस अभियान के दौरान मच्छरों से फैलने वाले रोगों जैसे डेंगू, मलेरिया और जे.ई./ए.ई.एस. पर भी ध्यान दिया गया है. इसके लिए सुझाव दिया गया है कि लोग अपने घरों के पास गेंदा, तुलसी, सिट्रोनेला और लैवेंडर जैसे पौधे लगाएं. ये पौधे एक खास खुशबू छोड़ते हैं जो मच्छरों को दूर भगाती है और उनकी संख्या को भी कम करती है.

homeagriculture

फसलों के दुश्मन चूहे और छछूंदर के खात्मे के लिए करें ये उपाय, ऐसे भगाएं मच्छर

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment