Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

Last Updated:

Ground Report: फिरोजाबाद में कोरोना का पहला केस सामने आया, जहां 78 साल के वृद्ध की मौत हो गई. सरकारी ट्रॉमा सेंटर में कोरोना से बचाव के कोई इंतजाम नहीं हैं. डॉक्टर और स्टाफ बिना मास्क के मरीजों का इलाज कर रहे ह…और पढ़ें

X

फिरोजाबाद में कोरोना का पहला केस, हॉस्पिटल में मास्क तक नहीं पहन रहे डॉक्टर

कोरोना केस आने के बाद लोकल 18 से बातचीत करते हुए लोग

हाइलाइट्स

  • फिरोजाबाद में कोरोना का पहला केस सामने आया, जहां 78 साल के वृद्ध की मौत हो गई.
  • सरकारी ट्रॉमा सेंटर में कोरोना से बचाव के कोई इंतजाम नहीं हैं.
  • डॉक्टर और स्टाफ बिना मास्क के मरीजों का इलाज कर रहे हैं.

फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में कोरोना का पहला केस सामने आया है. 78 साल के वृद्ध की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जो इलाज के लिए आगरा गए थे. वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. लेकिन इस गंभीर मामले के बाद भी फिरोजाबाद के स्वास्थ्य विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है.

सरकारी ट्रॉमा सेंटर में कोरोना से बचाव के नाम पर कोई इंतजाम नजर नहीं आ रहे. डॉक्टर और स्टाफ बिना मास्क के मरीजों का इलाज कर रहे हैं. वहीं, मरीज और उनके परिवार वाले भी मास्क नहीं पहनते दिखे. इस लापरवाही की वजह से फिरोजाबाद में कोरोना के और मामले बढ़ने का खतरा बढ़ गया है.

सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं
फिरोजाबाद के लेबर कॉलोनी के रहने वाले एक व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत हुई, उसे पहले एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालत गंभीर होने पर उसे आगरा रेफर किया गया, जहां कोरोना की जांच हुई और रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. परिजन घर ले जाकर चोरी छुपे अंतिम संस्कार कर दिया. इस गंभीर मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को तक नहीं हुई.

लोकल18 की टीम ने सरकारी ट्रॉमा सेंटर का दौरा किया तो वहां कोरोना से बचाव के लिए कोई व्यवस्था नहीं देखी गई. न तो सैनिटाइजर का इस्तेमाल हो रहा था, न ही डॉक्टर या स्टाफ मास्क लगा रहे थे. यह स्थिति साफ बताती है कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना के प्रति गंभीर नहीं है.

लोगों की नाराजगी और बढ़ता खतरा
इलाके के लोग भी इस लापरवाही से परेशान हैं. उनका कहना है कि कोरोना का पहला केस आ चुका है, फिर भी यहां कोई सुरक्षा के कदम नहीं उठाए जा रहे. मरीजों और उनके तीमारदारों में भी मास्क पहनने का चलन नहीं है. ट्रॉमा सेंटर की ऐसी स्थिति देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर सरकार और प्रशासन ने तुरंत कदम नहीं उठाए, तो कोरोना के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं.

स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने की जरूरत
फिरोजाबाद जैसे जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सख्त निगरानी और सुरक्षा उपाय बेहद जरूरी हैं. लेकिन ट्रॉमा सेंटर की इस स्थिति से साफ है कि स्वास्थ्य विभाग या तो सचेत नहीं है या लापरवाही कर रहा है. अगर जल्द ही इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो महामारी को फैलने से रोक पाना मुश्किल हो जाएगा.

भारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखें
homeuttar-pradesh

फिरोजाबाद में कोरोना का पहला केस, हॉस्पिटल में मास्क तक नहीं पहन रहे डॉक्टर

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment