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श्रावण मास में भक्तिभाव से सराबोर मथुरा का ठाकुर द्वारकाधीश मंदिर इन दिनों विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यमुना किनारे स्थित इस प्राचीन मंदिर में भगवान द्वारकाधीश फूलों से सजे अलौकिक और मनोहारी बंगले में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं. विदेशी फूलों से सजा यह भव्य फूल बंगला श्रद्धालुओं को दिव्य अनुभूति दे रहा है, जिसे देखकर भक्त अपने आप को धन्य मान रहे हैं.

मथुरा के यमुना किनारे स्थित ठाकुर द्वारकाधीश मंदिर में भगवान द्वारकाधीश ने लोगों को फूल बंगले में विराजमान होकर दर्शन दिए. भगवान द्वारकाधीश का फूल बंगला अद्भुत और अलौकिक तरह से सजाया-सवारा गया.

ठाकुर द्वारकाधीश के दर्शन कर लोग धन्य हुए. वहीं, विदेशी फूलों से भगवान द्वारकाधीश के इस फूल बंगले को सजाया गया. ठाकुर के दर्शन कर लोग अपने आप को धन्य कर रहे हैं.

भगवान बांके बिहारी के बंगले के अद्भुत और अलौकिक दर्शन लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे. यह फूल बंगला भगवान द्वारकाधीश को गर्मी में राहत देने के लिए सजाए जाते हैं. ठाकुर के फूल बंगले की छटा अनोखी लग रही थी.

तस्वीर लोगों का मन मोह रही थी. द्वारकाधीश मंदिर में जो भी भक्त दर्शन के लिए पहुंच रहा था, वह विदेशी फूलों से सुसज्जित फूल बंगले को देखकर गदगद हो उठा. भगवान की भक्ति में यहां श्रद्धालु पूरी तरह डूबे नजर आए.

ठाकुर द्वारकाधीश मंदिर की छटा श्रावण मास में अद्भुत और अलौकिक हो जाती है. यहां आने वाले भक्त ठाकुर जी की भक्ति में सब कुछ भूलकर सराबोर नजर आते हैं. भगवान द्वारकाधीश को एकटक निहारते हुए श्रद्धालु उनकी दिव्यता में लीन हो जाते हैं.

श्रद्धालुओं की आस्था भगवान द्वारकाधीश के प्रति दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. यहां आने वाले हजारों भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर ठाकुर जी के दरबार में अरदास लगाते हैं. ऐसा विश्वास है कि ठाकुर जी जिसकी मनोकामना पूरी कर देते हैं, वह अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार चढ़ावा चढ़ाता है. यमुना किनारे असकुंडा घाट के पास स्थित यह प्राचीन मंदिर अपनी भव्य कला, अद्भुत नक्काशी और आस्था के लिए प्रसिद्ध है.
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