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बरेली: वो कहते हैं, जिसका कोई नहीं होता, उसे भगवान खाटू श्याम का सहारा मिलता है. बाबा श्याम ही हारे का सहारा होते हैं. ऐसे ही हम बात कर रहे हैं नाथनगरी बरेली के श्यामगंज में स्थित बाबा श्याम के मंदिर की. इस मंदिर में विराजमान बाबा श्याम की कृपा से बरेली के भक्तों के सभी बिगड़े हुए काम संवर जाते हैं. यहां केवल बरेली से ही नहीं, बल्कि आसपास के स्थानों से भी लोग बाबा श्याम के दर्शन करने आते हैं.
हर साल 12 नवंबर को बाबा श्याम का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. मंदिर के पुजारी बताते हैं कि इस दिन सुबह से लेकर शाम तक भक्तों की भीड़ बाबा के दर्शन के लिए उमड़ती है. अगर आप भी बरेली में आकर बाबा श्याम के दर्शन करना चाहते हैं, तो श्यामगंज में स्थित श्री श्याम मंदिर जरूर आएं. मंदिर के कपाट सुबह 6:00 से दोपहर 12:00 तक और शाम 4:00 से रात 10:00 बजे तक भक्तों के दर्शन के लिए खुले रहते हैं.
श्री श्याम मंदिर की कहानी
पहले यह मंदिर साईं बाबा के मंदिर के नाम से जाना जाता था. मंदिर के प्रमुख महंत बताते हैं कि 2 साल पहले 3 दिसंबर को यहां बाबा श्याम की मूर्ति की स्थापना की गई और तब से यह मंदिर श्री श्याम मंदिर के नाम से जाना जाता है. बाबा श्याम की मूर्ति स्थापित होने के बाद से यहां बाबा श्याम के भक्त पूजा-अर्चना के लिए आने लगे हैं. बाबा की कृपा से भक्तों के सभी बिगड़े हुए काम पूरे हो जाते हैं. हर साल बाबा के जन्मदिन पर विशेष पूजा-अर्चना और भव्य रूप से जन्मोत्सव मनाया जाता है.
भक्तों के बिगड़े हुए बनते हैं काम
मंदिर के प्रमुख महंत ने लोकल 18 से खास बातचीत में बताया कि बाबा श्याम की कृपा से यहां आए भक्तों के बिगड़े हुए काम भी बन जाते हैं. कई भक्त ऐसे हैं जिनके कोर्ट-कचहरी के केस लंबे समय से चल रहे थे और बाबा के आशीर्वाद से आसानी से निपट गए. इसके अलावा, कई भक्तों को संतान प्राप्ति भी बाबा के आशीर्वाद से हुई है.
भक्तों का अनुभव
मंदिर में आने वाले भक्तों ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया कि वे पिछले 2 सालों से मंदिर में आ रहे हैं, जब से यहां बाबा श्याम की मूर्ति स्थापित हुई है. उन्हें मंदिर में आकर बहुत अच्छा अनुभव होता है. बाबा श्याम की कृपा से उनके बिगड़े हुए काम भी बन गए और उनकी आस्था बाबा श्याम के प्रति और बढ़ गई है.
Tags: Local18
FIRST PUBLISHED : December 23, 2024, 21:25 IST
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