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बरेली: हुनर तो सबके पास होता है, बस उसे निखारने की देरी होती है. आज हम बात कर रहे हैं बरेली की रिदम की, जिन्होंने देश और बरेली का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ऊंचा किया है. विद्यालय की वजह से पहले रिदम प्रैक्टिस में भाग नहीं ले पाती थीं, लेकिन अब उन्होंने विश्व स्तर पर अपनी जीत का परचम लहरा दिया है। अब रिदम सभी के लिए प्रेरणा बन गई हैं.
मलेशिया के कोलालम्पुर में डेफ एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप आयोजित की गई थी, जिसमें बरेली की रिदम ने दो रिले में गोल्ड मेडल और 400 मीटर हर्डल में सिल्वर मेडल जीता. अब वह वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए चयन की तैयारी कर रही हैं. साथ ही 2025 में होने वाले डेफ ओलंपिक की भी तैयारी कर रही हैं.
रिदम की कोच ने लोकल 18 से की बात
एथलेटिक्स प्लेयर रिदम के कोच अजय कश्यप ने लोकल 18 से खास बातचीत में बताया कि रिदम बहुत मेहनती लड़की हैं. वह 8 साल की उम्र से ही उनके पास प्रैक्टिस करने आ रही हैं. शुरुआत में रिदम गलियों में दौड़कर पतंगें लूटा करती थीं, लेकिन किसी ने उन्हें स्टेडियम जाने और कोच से मिलने की सलाह दी. कोच के भाई ने रिदम की मां को उनका नंबर दिया और उन्हें स्टेडियम में प्रैक्टिस कराने की व्यवस्था की. जब रिदम अपनी मां के साथ ट्रायल देने आईं, तभी कोच अजय ने कह दिया था कि अगर वह लगातार दो-तीन महीने आती रहीं तो एक दिन अपना नाम रोशन करेंगी और आज रिदम ने वह कर दिखाया है.
प्रेरणादायक सफर
गोल्ड मेडलिस्ट रिदम के कोच अजय कश्यप ने बताया कि उन्होंने स्टेडियम में प्रैक्टिस करके देश का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ऊंचा कर दिया है. पहले विद्यालय और प्रैक्टिस की जगह की कमी के कारण वह ठीक से दौड़ नहीं पाती थीं, लेकिन अब उन्होंने विश्व स्तर पर अपनी जीत का परचम लहरा दिया है और रिदम सभी के लिए प्रेरणा बन गई हैं.
Tags: Bareilly news, Local18, UP news
FIRST PUBLISHED : December 23, 2024, 20:02 IST
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