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Piles Ayurvedic Remedies: बाबा रामदेव ने बताया कि नागदोन के पत्ते बवासीर में राहत दिला सकते हैं. 3 दिनों तक 5 पत्ते चबाने से सूजन और दर्द कम होता है. खूनी बवासीर में भी लाभकारी हैं. हालांकि कंडीशन सीरियस हो, तो…और पढ़ें

नागदोन के पत्ते खाने से बवासीर से राहत मिल सकती है.
हाइलाइट्स
- नागदोन के पत्ते बवासीर में काफी राहत दिला सकते हैं.
- 3 दिनों तक 5 पत्ते चबाने से सूजन और दर्द कम होता है.
- खूनी बवासीर में भी नागदोन के पत्ते बेहद लाभकारी हैं.
Nagdon Leaves Benefits: आज के दौर में बड़ी संख्या में लोग बवासीर से जूझ रहे हैं. युवाओं में भी बवासीर की परेशानी तेजी से बढ़ रही है. बवासीर को पाइल्स या हेमोरॉइड्स भी कहा जाता है. जब किसी व्यक्ति के मलद्वार के आसपास की नसों में सूजन आ जाती है और मल त्याग करने में दर्द का सामना करना पड़ता है. कई बार तो मल त्याग करते वक्त खून भी टपकता है, इसे खूनी बवासीर कहा जाता है. कब्ज, बैठने की गलत आदतें, फाइबर की कमी और लगातार तनाव इसके प्रमुख कारण होते हैं. अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो स्थिति गंभीर हो सकती है.
योगगुरु बाबा रामदेव ने एक वीडियो में बताया कि बवासीर की समस्या से छुटकारा दिलाने में नागदोन के पत्ते बेहद कारगर हो सकते हैं. नागदोन पौधे के 5 पत्ते लगातार 3 दिनों तक चबा लिए जाएं, तो बवासीर से सिर्फ 3 दिन में छुटकारा मिल सकता है. नागदोन के पत्तों में औषधीय गुण होते हैं, जो पहले ही दिन से बवासीर से राहत दिला सकते हैं. खूनी बवासीर के मरीजों को एक बार नागदोन के पत्ते चबाने से ही ब्लीडिंग से राहत मिल सकती है. नागदोन एक औषधीय पौधा है, जिसका इस्तेमाल लंबे समय से होता आ रहा है. नागदोन के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और पेन रिलीविंग गुण होते हैं, जो बवासीर की सूजन, जलन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं.
बाबा रामदेव के अनुसार नागदोन के पत्ते मलद्वार की नसों को शांत करते हैं और मलद्वार के आसपास की सूजन को धीरे-धीरे कम करके राहत दिलाते हैं. अगर नागदोन के पत्तों का नियमित रूप से उपयोग किया जाए, तो बाबा रामदेव के अनुसार तीन दिनों में फर्क दिखने लगता है. दर्द और जलन में राहत मिलने लगती है और सूजन भी धीरे-धीरे कम हो जाती है. इन पत्तों को बवासीर में रामबाण माना जा सकता है. इसके अलावा गाय के दूध में नींबू मिलाकर पीने से भी बवासीर से काफी राहत मिल सकती है.
नागदोन के पत्ते एक प्राकृतिक और सस्ता इलाज हैं, लेकिन हर व्यक्ति की शारीरिक स्थिति अलग होती है, इसलिए किसी भी नए उपचार को अपनाने से पहले आयुर्वेदाचार्य या डॉक्टर से सलाह अवश्य लें. अगर समस्या पुरानी और गंभीर हो, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. बवासीर को जड़ से मिटाने के लिए नागदोन एक आशाजनक उपाय है, जिसे आयुर्वेदिक दिनचर्या और सही आहार के साथ अपनाया जाए तो बेहतर परिणाम मिल सकते हैं. आयुर्वेदिक नुस्खे भी बवासीर से राहत दिला सकते हैं.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें
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