Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

‘बाप तो बाप होता है….’ #3333 और सरपंच संतोष देशमुख मर्डर केस में नया कनेक्शन

बीड: महाराष्ट्र के बीड में एक सरपंज की हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस हत्या के आरोपी वाल्मीक कराड ने सरेंडर कर दिया है जिसके बाद से उससे पूछताछ की जा रही है. वहीं अन्य तीन आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं. बीड की केज तालुका के मसाजोग में लोगों में गुस्सा है क्योंकि तीन आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. कहा जा रहा है कि अगर सरपंच हत्याकांड के तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी होती है तो इस मामले में पुलिस को कई अन्य अहम जानकारी मिलने की संभावना है. उधर, सबसे बड़ी बात इस हत्याकांड के आरोपियों की सोशल मीडिया से एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है.

बीड जिले में सरपंच संतोष देशमुख का अपहरण कर हत्या कर दी गई. महाराष्ट्र के बीड जिले में इस समय एक अलग ही कॉम्पिटिशन चल रहा है. ये अपराध के जरिए जिले पर दबदबा बनाने की होड़ है. बीड में आए दिन हाथों में बंदूक, चाकू और चाकू लेकर डांस करते लोगों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. ये सब कुछ अनजाने में या जानबूझकर ये तो जांच का विषय है पर लोगों का कहना है कि यह सबकुछ प्रभुत्व हासिल करने के लिए किया जा रहा है. सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के बाद फरार तीन आरोपियों में पुलिस का कोई डर नहीं है और उन्होंने सोशल मीडिया पर भी अपनी दबंगई दिखाई है.

कौन है फरार आरोपी
फरार आरोपियों के नाम प्रतीक घुले, सुदर्शन घुले, कृष्णा अंधाले, सुधीर सांगले हैं. इन सबका नेता विष्णु चाटे था. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हत्या वाले दिन प्रतीक घुले ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर सुदर्शन घुले को विपक्ष का पिता बताया था. प्रतीक घुले ने एक पोस्ट में लिखा कि नाम खराब हो तो नाम खराब होता है… बाप तो बाप होता है #3333 लिखकर एक पोस्ट की है.

धमकाने और मारपीट का आरोप लगाया
वाल्मिक कराड, विष्णु चाटे, जयराम चाटे, महेश केदार और प्रतीक घुले पुलिस हिरासत में हैं. जबकि सुदर्शन घुले, कृष्णा आंधले, सुधीर सांगले फरार हैं. इन सभी के सोशल मीडिया अकाउंट से एक बात सामने आई है कि ये सभी राजनीतिक नेताओं के साथ रहना पसंद करते हैं. ये आरोपी उनके अनुयायी की तरह काम करते हैं और उनसे पैसा प्राप्त करेंगे. उन नेताओं के इशारे पर किसी को धमकाने का और पीटने का भी आरोप है.

#3333 के पीछे क्या छिपा है?
संतोष देशमुख की हत्या के बाद आरोपियों द्वारा किए गए पोस्ट में अक्सर #3333 का उल्लेख किया गया है. इतना ही नहीं इस आरोपी की इंस्टा आईडी पर 3333 लिखा है. खास संयोग यह है कि 9 दिसंबर को संतोष देशमुख के अपहरण में जिस काली स्कॉर्पियो का इस्तेमाल किया गया था, उसका नंबर भी 3333 है. अगर यह महज संयोग है तो इस नंबर 3333 के पीछे वास्तव में क्या छिपा है, यह जल्द ही जांच से स्पष्ट हो जाएगा.

Tags: Crime News, Maharashtra News

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment