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बरसात के मौसम में भीगने के बाद सर्दी-जुकाम होना आम बात है, लेकिन परेशान होने की जरूरत नहीं. अगर आप भी खांसी या नाक बहने से जूझ रहे हैं, तो गर्म दूध के साथ ये दो देसी मसाले ट्राई करें. ये नुस्खा न सिर्फ आराम देग…और पढ़ें
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के डॉ. सिराज सिद्दीकी ने बताया कि पिपली मसाले के रूप में उपयोग में लाई जाती है. यह जड़ी-बूटी के तौर पर भी फायदेमंद मानी जाती है क्योंकि इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं. उन्होंने बताया कि पिपली फ्लू, जुकाम, खांसी, अस्थमा, और पेट की कई बीमारियों को दूर करने में मददगार होती है. प्राचीन समय से ही इसका उपयोग दवाई के तौर पर होता आया है.
पिपली का उपयोग चूर्ण, तेल या फिर काढ़े के रूप में कर सकते हैं. इसका सही मात्रा में नियमित सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत बनता है और कई बीमारियों से सुरक्षा होती है. पिपली में प्रोटीन, एंटी-इंफ्लेमेटरी, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स, अमीनो एसिड जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को मजबूती देने का काम करते हैं. लेकिन इसके इस्तेमाल से पहले एक बार अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर लेना चाहिए.
वजन कम करने में पिपली का उपयोग
जो लोग अपने बढ़ते हुए वजन से परेशान हैं, वे भी वजन कम करने के लिए पिपली का उपयोग कर सकते हैं. यह कफ और फैट की परेशानियों को दूर करती है. आप आधा चम्मच पिपली के पाउडर को खाली पेट 1 चम्मच शहद में मिलाकर लगातार इसका सेवन करेंगे तो आपको फायदा होगा.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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