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डॉ. बालकृष्ण बताते हैं कि निमोनिया के प्रमुख लक्षणों में सांस लेने में कठिनाई, खांसी, बुखार, और कफ का बनना  है. कभी- कभी मरीज को खांसी के दौरान बलगम (कफ) निकलता है. साथ ही शरीर में थकान और कमजोरी महसूस होती है. बुखार के कारण…और पढ़ें

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बेहद खतरनाक होता है निमोनिया, ज्यादातर छोटे बच्चों पर करता है अटैक, जानें लक्षण और कैसे करना है बचाव

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बस्ती: सर्दियों के मौसम में छोटे बच्चों की खास देखभाल करना बेहद जरूरी है, क्योंकि बच्चों की इम्यूनिटी काफी कमजोर होती है, जिसके कारण वे जल्द ही संक्रमण के चपेट में आ जाते हैं. सर्दियों में नमी की वजह से बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं, जिससे कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. लोकल 18 से बातचीत में डॉ. बालकृष्ण (BAMS, MD) बताते हैं कि निमोनिया एक गंभीर फेफड़ों की बीमारी है, जो ठंडी के मौसम में सबसे अधिक होती है. यह बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है, लेकिन बच्चों में यह अधिक 10 साल के नीचे के बच्चों में होती है. निमोनिया वायरस या बैक्टीरिया के इन्फेक्शन के कारण होता है, जिससे फेफड़ों में सूजन एवं सांस लेने में कठिनाई होती है.

क्या हैं निमोनिया के लक्षण

डॉ. बालकृष्ण बताते हैं कि निमोनिया के प्रमुख लक्षणों में सांस लेने में कठिनाई, खांसी, बुखार, और कफ का बनना  है. कभी- कभी मरीज को खांसी के दौरान बलगम (कफ) निकलता है. साथ ही शरीर में थकान और कमजोरी महसूस होती है. बुखार के कारण शरीर का तापमान सामान्य से ऊपर बढ़ जाता है. इन लक्षणों को अगर नजरअंदाज किया जाए, तो यह स्थिति और भी बिगड़ सकती है, जिससे फेफड़ों में अधिक इन्फेक्शन हो सकता है. बच्चों में विशेष रूप से यह लक्षण जल्दी से बढ़ सकते हैं और स्थिति को बेहद खतरनाक बना सकते हैं.

निमोनिया से बचाव के उपाय और सावधानियां

डॉ. सौरभ बताते हैं कि निमोनिया से बचाव के लिए कुछ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए. अगर किसी व्यक्ति अथवा बच्चे में निमोनिया के लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. साथ ही निमोनिया के इंफेक्शन से बचने के लिए कई सावधानियां बरत सकते हैं आइए जानते हैं..

जब कोई व्यक्ति निमोनिया से पीड़ित हो, तो उसे दूसरों से दूर रखें, ताकि इन्फेक्शन का खतरा अन्य लोगों तक न पहुंचे. संक्रमित व्यक्ति को मास्क लगाना चाहिए, ताकि वह दूसरों में इन्फेक्शन न फैल सके. हाथ को बार-बार धोना चाहिए, विशेष रूप से खाने से पहले और शौचालय के बाद. निमोनिया से बचाव के लिए ठंडे पानी, कटहल, दही, अंडे और अन्य ठंडी चीजों का सेवन न करें. यह इन्फेक्शन को बढ़ा सकते हैं और फेफड़ों पर अतिरिक्त दबाव डाल सकते हैं. शरीर को गर्म रखने के लिए ताजे और हल्के गर्म खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए.

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बेहद खतरनाक है निमोनिया, जानें लक्षण और कैसे करना है बचाव

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